skip to content

मिंजर महोत्सव : राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल की उपस्थिति में पहली सांस्कृतिक संध्या का रंगारंग आगाज

Dalhousie Hulchul
मिंजर महोत्सव
Whats-App-Image-2025-02-24-at-16-46-29-3b3d3832

डलहौज़ी हलचल (चंबा) : चंबा के विश्व विख्यात अंतर्राष्ट्रीय मिंजर महोत्सव की पहली सांस्कृतिक संध्या के मौके पर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल मुख्यातिथि के तौर पर मौजूद रहे। मिंजर मेला समिति के अध्यक्ष, डी.सी. चम्बा मुकेश रेप्सवाल ने उन्हें स्मृति चिन्ह चम्बा थाल देकर सम्मानित किया। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने विशेष आतिथि के रूप में शिरकत की तो वहीँ इस दौरान चंबा के विधायक नीरज नैयर भी मौजूद रहे ।

मिंजर महोत्सव
मिंजर महोत्सव

हिमाचली कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का अद्भुत प्रदर्शन

पहली सांस्कृतिक संध्या में हिमाचली कलाकार ममता भारद्वाज और भावना जरयाल ने शानदार प्रस्तुतियां देकर दर्शकों का मन मोह लिया। ममता भारद्वाज ने “पाणी री टांकी ओ भाई रामा,” “बड़ियां जो तुड़का लाणा ओ ठेकेदारनिए,” और “तेरा मेरा प्यार सजना बचपना रा” जैसे लोकप्रिय गीतों से समां बांध दिया। भावना जरयाल ने “आर दुपड़ी ते पार छाया मुईए बीना” और “दमादम मस्त कलंदर” जैसे गीतों की प्रस्तुति दी, जिसने दर्शकों की खूब वाहवाही बटोरी।

Contents
डलहौज़ी हलचल (चंबा) : चंबा के विश्व विख्यात अंतर्राष्ट्रीय मिंजर महोत्सव की पहली सांस्कृतिक संध्या के मौके पर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल मुख्यातिथि के तौर पर मौजूद रहे। मिंजर मेला समिति के अध्यक्ष, डी.सी. चम्बा मुकेश रेप्सवाल ने उन्हें स्मृति चिन्ह चम्बा थाल देकर सम्मानित किया। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने विशेष आतिथि के रूप में शिरकत की तो वहीँ इस दौरान चंबा के विधायक नीरज नैयर भी मौजूद रहे ।हिमाचली कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का अद्भुत प्रदर्शनहिमाचल प्रदेश पुलिस ऑर्केस्ट्रा बैंड ने बांधा समांपारंपरिक और लोक सांस्कृतिक प्रस्तुतियांअन्य कलाकारों की भागीदारी
मिंजर महोत्सव
मिंजर महोत्सव

हिमाचल प्रदेश पुलिस ऑर्केस्ट्रा बैंड ने बांधा समां

इस सांस्कृतिक संध्या में हिमाचल प्रदेश पुलिस ऑर्केस्ट्रा बैंड ‘द हार्मनी ऑफ द पाइन’ ने भी अपने देशभक्ति और नए-पुराने गीतों से माहौल को और भी रंगीन बना दिया। ‘द हार्मनी ऑफ द पाइन’ ने देश भक्ति के गाने गा कर दर्शकों को देशभक्ति के रंग में रंग दिया।

मिंजर महोत्सव
मिंजर महोत्सव

पारंपरिक और लोक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां

कार्यक्रम की शुरुआत रोशन एंड कंचन द्वारा पारंपरिक मुसाधा गायन से हुई। चम्बा लोकमंच के कलाकारों ने “रघु गाडा को तुझ बिन मुल्ख नमाणा,” “चम्बा आर की नदियां पार,” और “तेरी तिल चोली” जैसे गानों पर नृत्य प्रस्तुत किया। रामा किसान क्लब साही ने चंद्रशेखर मंदिर साहो के नृत्य से भोलेनाथ को याद किया। इसके अलावा, सनातन धर्म चम्बा, विरासत मंच चम्बा, मां चामुंडा ग्रुप एंचली, शाम दर्पण ग्रुप, रितिका डांस ग्रुप, नवयुवक मंडल कैहमली, आर्यन कलामंच, भारतीय कला संस्कृति, भावानी कलामंच कुठेड़, और मां चामुंडा कब्ब टिकरी गढ़ के कलाकारों ने भी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं।

मिंजर महोत्सव
मिंजर महोत्सव

अन्य कलाकारों की भागीदारी

चम्बा के नुरोत्तम, उमेश, रमेश, साहिल, विशाल, अमित, अमन, मनीष, समीर, अंजलि, और आशीष ने भी गानों की प्रस्तुतियां देकर दर्शकों का मनोरंजन किया।

Share This Article
इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है।