डलहौजी हलचल (चंबा): बीते 20 दिनों से अंधेरे में डूबी पर्यटन नगरी डलहौजी आखिरकार रोशनी से जगमगा उठी। नगर परिषद डलहौजी ने विद्युत बोर्ड को 50 लाख रुपये की आंशिक राशि जमा करवाकर स्ट्रीट लाइटों की बहाली सुनिश्चित की है। इस पहल से स्थानीय नागरिकों और पर्यटकों को बड़ी राहत मिली है।
5.5 करोड़ रुपये का बकाया, किश्तों में भुगतान का प्रस्ताव
विद्युत बोर्ड के सहायक अभियंता इंदरजीत सिंह ने बताया कि नगर परिषद पर अब भी करीब 5.5 करोड़ रुपये की बकाया राशि है। उन्होंने स्पष्ट किया कि विद्युत बोर्ड ने नगर परिषद से बकाया राशि को किश्तों में चुकाने का लिखित प्रस्ताव मांगा है। यह प्रस्ताव बोर्ड के उच्च अधिकारियों को भेजा जाएगा। स्वीकृति मिलने के बाद विद्युत सेवाओं को निर्बाध रूप से जारी रखने की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी।
बिजली कटौती की चेतावनी
सहायक अभियंता इंदरजीत सिंह ने नगर परिषद से अपील की कि बकाया राशि के भुगतान की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाए ताकि भविष्य में कोई बाधा न आए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि बकाया राशि का भुगतान गंभीरता से नहीं लिया गया तो विद्युत आपूर्ति फिर से बाधित हो सकती है और इसके लिए विद्युत बोर्ड जिम्मेदार नहीं होगा।
निवासियों और व्यापारियों ने ली राहत की सांस
स्ट्रीट लाइटों की बहाली से डलहौजी के स्थानीय निवासियों और व्यापारियों को बड़ी राहत मिली है। बीते 20 दिनों से अंधेरे के कारण शहर में सुरक्षा और यातायात संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो गई थीं। पर्यटकों के साथ-साथ स्थानीय लोगों को भी रात के समय सड़कों पर चलना मुश्किल हो रहा था।
स्थानीय बाजारों और सड़कों पर अब गतिविधियां फिर से सामान्य हो गई हैं। व्यापारियों का कहना है कि रोशनी बहाल होने से उनके कारोबार पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, वहीं पर्यटकों की संख्या में भी वृद्धि की उम्मीद है।
स्थायी समाधान की जरूरत
स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से अपील की है कि इस समस्या का स्थायी समाधान निकाला जाए ताकि भविष्य में डलहौजी जैसी महत्वपूर्ण पर्यटन नगरी को फिर से अंधेरे में न रहना पड़े।