डलहौज़ी हलचल (ऊना) : कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ पर जिला स्तरीय कार्यक्रम एमसी ऊना के शहीद स्मारक में आयोजित किया गया। इस अवसर पर उपायुक्त जतिन लाल मुख्य अतिथि थे, जबकि विशेष अतिथि वीर चक्र से सम्मानित (रि.) नायक देव प्रकाश और शौर्य चक्र से सम्मानित ऑनरेरी कैप्टन चरण दास ने शहीद स्मारक में पुष्पांजलि अर्पित की।
प्रमुख अतिथियों की उपस्थिति
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त महेंद्र पाल गुर्जर, जिला कांग्रेस के प्रधान रणजीत राणा, जिला कांग्रेस के ओबीसी सेल के प्रधान प्रमोद कुमार, एमसी ऊना की अध्यक्ष पुष्पा देवी, एसडीएम विश्वमोहन देव चौहान, जिला सैनिक कल्याण विभाग के उपनिदेशक कर्नल एसके कालिया, पूर्व उपनिदेशक मेजर रघुवीर सिंह, और एक्स सर्विसमैन लीग के अध्यक्ष कैप्टन शक्ति चंद ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की। वीर नारियों, पूर्व सैनिकों, और विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने भी भाग लिया।
शहीदों के योगदान को स्मरण रखें – जतिन लाल
उपायुक्त जतिन लाल ने कहा कि कारगिल युद्ध में हमारे वीर सैनिकों ने विपरीत परिस्थितियों का सामना करते हुए विजय हासिल की थी। उन्होंने ऊना जिले के युवाओं से देश सेवा में योगदान देने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने सभी से शहीदों के योगदान को स्मरण रखने और उनकी प्रेरणा से अपनी फिटनेस पर ध्यान देने की अपील की।
पूर्व सैनिकों के लिए विशेष हैल्प डेस्क
कार्यक्रम के उपरांत उपायुक्त जतिन लाल ने पूर्व सैनिकों के साथ चाय पान किया और वीर चक्र से सम्मानित नायक देव प्रकाश और शौर्य चक्र से सम्मानित कैप्टन चरण दास को सम्मानित किया। एक्स सर्विसमैन लीग के अध्यक्ष कैप्टन शक्ति चंद ने पूर्व सैनिकों की मांगों से अवगत कराया, जिसे उपायुक्त ने तत्काल पूरा करने के निर्देश दिए। उपायुक्त ने बताया कि पूर्व सैनिकों की सुविधा के लिए उपायुक्त कार्यालय परिसर में विशेष हैल्प डेस्क स्थापित किया जाएगा।
कारगिल युद्ध: एक संक्षिप्त विवरण
कारगिल का युद्ध 25 मई 1999 से 26 जुलाई 1999 तक चला था, जिसमें भारतीय सेना ने अपनी सीमाओं को पुनः प्राप्त किया और पाकिस्तान को हार का सामना करना पड़ा। इस युद्ध में हिमाचल प्रदेश के 52 रणबांकुरों ने अपने प्राणों की आहुति दी, जिनमें ऊना जिले के 2 वीर सैनिक भी शामिल थे। इस युद्ध में हिमाचल के कैप्टन विक्रम बतरा और सिपाही संजय कुमार को परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था।
निष्कर्ष
इस प्रकार, कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ पर ऊना में आयोजित कार्यक्रम ने अमर बलिदानियों की स्मृति को संजोते हुए, वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों को देश सेवा के प्रति प्रेरित किया।