
इस सम्मान समारोह में मंच के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह मिन्हास , मुख्य संरक्षक चंद्रशेखर पंत , संरक्षक अमरनाथ धीमान व मंच के सम्मानित सदस्य शामिल रहे सर्वप्रथम कार्यक्रम की शुरुआत काले बाबा की प्रतिमा पर पूजा अर्चना कर की गई । मंच के वरिष्ठ सदस्य बुद्धि सिंह चंदेल ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की सम्मान समारोह का मंच संचालन रविंद्र चंदेल कमल ने किया । कार्यक्रम की अध्यक्षता मंच के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह मिन्हास ने की । सम्मान समारोह में मंच के वरिष्ठ उपाध्यक्ष बुद्धि सिंह चंदेल द्वारा पत्र वाचन किया गया । जिस पर सभी साहित्यकारों द्वारा चर्चा परिचर्चा की गई । मंच के संगठन मंत्री विपिन कुमार चंदेल द्वारा मंच के उद्देश्यों व संगठन के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी गई । मंच के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह मिन्हास ने उपस्थित सभी साहित्यकारों व स्थानीय लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें इस तरह के आयोजन आपसी भाईचारे व सदभावना के लिए प्रेरित करते हैं उन्होंने बताया कि मंच इस तरह के कार्यक्रम लगभग तीन दशकों से करता आ रहा है ।
आगे उन्होंने यह भी जानकारी दी की मंच की गतिविधियां एक जगह न करवाने के बजाय जिले के हर कोने में करवाना सुनिश्चित करेंगे । कलाकारों को मंच देना व नई प्रतिभा को तलाश करना मंच का मुख्य उद्देश्य रहेगा उन्होंने आगह किया कि पाश्चात्य संस्कृति हमारी भारतीय संस्कृति पर हावी होती जा रही है जिस से दूर रहकर हमें अपनी वैदिक संस्कृति का आचरण कर संस्कारों को जीवित रखना है । रणजीत वर्धन ने मंच की प्रशंसा करते हुए कहा कि कल्याण कला मंच बिलासपुर ही नहीं पूरे प्रदेश में अपनी साहित्यिक व सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए बधाई के पात्र हैं। प्रेमलता ठाकुर ने कहा कि हमें सच्चाई व निर्भिक होकर कलम का सिपाही बनकर प्रदेश व अपने भारत देश के लिए साहित्य सृजन कर समाज में चेतना जागृत करते रहना चाहिए ।
इस सम्मान समारोह में लगभग मंच के तीस सदस्यों ने अपनी सहभागिता निभाई ।