
उन्होंने बताया कि पंजीकरण प्रक्रिया पूर्ण होने पर श्रद्धालुओं के मोबाइल फोन पर एक लिंक प्राप्त होगा ,वहां से क्यूआर कोड को डाउनलोड किया जा सकेगा। पंजीकरण प्रक्रिया पूरी होने के उपरांत ही प्रवेश स्थलों से श्रद्धालुओं को आगामी यात्रा की अनुमति प्रदान की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि इस वेबसाइट पर हेलीकॉप्टर सेवा के बारे में जानकारी के साथ-साथ न्यास को दान देने की ऑनलाइन सुविधा उपलब्ध होगी ।
उपायुक्त ने बताया कि चंबा से भरमौर की ओर जाते समय कुछ स्थानों पर मोबाइल नेटवर्क की समस्या भी रहती है और बेस कैंप हडसर में सिर्फ बीएसएनल की सिगनल सुविधा उपलब्ध है। इसलिए उन्होंने श्रद्धालुओं से यह आग्रह किया है कि वे यात्रा पर प्रस्थान करने से पूर्व पंजीकरण प्रक्रिया पूर्ण करना सुनिश्चित करें ।
अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी भरमौर निशांत ठाकुर ने बताया कि पंजीकरण का मुख्य उद्देश्य श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करना है। पंजीकरण प्रक्रिया से यात्रियों का पूरा ब्यौरा स्थानीय प्रशासन के पास उपलब्ध रहेगा और विपरीत परिस्थितियों में यात्रियों के बचाव हेतु मदद मिलेगी।