Acharya Vidyasagar Maharaj : डलहौज़ी हलचल : विश्व प्रसिद्ध जैन मुनि आचार्य विद्यासागर जी महाराज (Acharya Vidyasagar Maharaj) ने शनिवार देर रात अपना देह त्याग दिया ।
जैन आचार्य विद्यासागर जी महाराज कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। डोंगरगढ़ की चंद्रगिरी में उन्होंने अंतिम सांस ली। डोंगरगढ़ के चंद्रगिरी पर्वत पर पंचतत्व में विलीन किया जाएगा। इस दौरान बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद रहेंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जैन आचार्य विद्यासागर जी महाराज (Acharya Vidyasagar Maharaj) के निधन पर शोक व्यक्त किया है। सोशल मीडिया पोस्ट में प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी संवेदनाएं महाराज जी के असंख्य श्रद्धालुओं के साथ हैं। श्री मोदी ने कहा कि आचार्य विद्यासागर समाज लोगों को आध्यात्मिक रूप से जागृत करने, गरीबी हटाने, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा और अन्य कई क्षेत्रों में अपने अमूल्य योगदान के लिए आने वाली पीढ़ियों द्वारा याद किए जाएंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा हैं कि आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज जी का ब्रह्मलीन होना देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है। लोगों में आध्यात्मिक जागृति के लिए उनके बहुमूल्य प्रयास सदैव स्मरण किए जाएंगे। वे जीवनपर्यंत गरीबी उन्मूलन के साथ-साथ समाज में स्वास्थ्य और शिक्षा को बढ़ावा देने में जुटे रहे। यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे निरंतर उनका आशीर्वाद मिलता रहा। पिछले वर्ष छत्तीसगढ़ के चंद्रगिरी जैन मंदिर में उनसे हुई भेंट मेरे लिए अविस्मरणीय रहेगी। तब आचार्य जी से मुझे भरपूर स्नेह और आशीष प्राप्त हुआ था। समाज के लिए उनका अप्रतिम योगदान देश की हर पीढ़ी को प्रेरित करता रहेगा।
आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज जी का ब्रह्मलीन होना देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है। लोगों में आध्यात्मिक जागृति के लिए उनके बहुमूल्य प्रयास सदैव स्मरण किए जाएंगे। वे जीवनपर्यंत गरीबी उन्मूलन के साथ-साथ समाज में स्वास्थ्य और शिक्षा को बढ़ावा देने में जुटे रहे। यह मेरा… pic.twitter.com/mvJJPbiiwM
— Narendra Modi (@narendramodi) February 18, 2024
कुछ महीने पूर्व विधानसभा चुनाव के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डोंगरगढ़ पहुंचकर जैन आचार्य विद्यासागर जी महाराज (Acharya Vidyasagar Maharaj) से मुलाकात की थी, जिसकी फोटो उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट की थी।