Atal Bihari Vajpayee: डलहौज़ी हलचल : आज 25 दिसंबर को भारतरत्न और देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिन है। सियासत के कवि कहलाने वाले अटलजी (Atal Bihari Vajpayee) का जीवन लोगों के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण है। अपने नाम की तरह अटल, अटल जी के विचार हमेशा पीढ़ियों को प्रेरित करेंगे। जनता के बीच प्रसिद्द अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) अपनी राजनीतिक प्रतिबद्धता के लिए जाने जाते थे।
आज देश के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) की जयंती पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित कीं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी इस दौरान उपस्थित थे। पूर्व प्रधानमंत्री को केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, अश्विनी वैष्णव, अनुराग ठाकुर और अन्य नेताओं ने भी पुष्पांजलि अर्पित की।
प्रधानमंत्री मोदी ने अटल जी को श्रधांजलि देते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, पूर्व प्रधानमंत्री आदरणीय अटल बिहारी वाजपेयी जी को उनकी जयंती पर देश के सभी परिवारजनों की ओर से मेरा कोटि-कोटि नमन। वे जीवनपर्यंत राष्ट्र निर्माण को गति देने में जुटे रहे। मां भारती के लिए उनका समर्पण और सेवा भाव अमृतकाल में भी प्रेरणास्रोत बना रहेगा।
उधर भाजपा के राष्ट्रिय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कहा की परम श्रद्धेय ‘भारत रत्न’ अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती पर समाधि स्थल ‘सदैव अटल’ जाकर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की।अटल जी ने सिद्धांत व विचारधारा के स्तंभों पर आधारित राजनीतिक युग का आरंभ करने के साथ गरीब कल्याण और सुशासन की समावेशी आधारशिला रखी। राष्ट्र को समर्पित उनका जीवन सदैव हमारा कर्तव्य पथ प्रशस्त करता रहेगा।
अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) का जन्म 25 दिसंबर, 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में रहने वाले एक विनम्र स्कूल शिक्षक के परिवार में हुआ। निजी जीवन में प्राप्त सफलता उनके राजनीतिक कौशल और भारतीय लोकतंत्र की देन है। पिछले कई दशकों में वह एक ऐसे नेता के रूप में उभरे जो विश्व के प्रति उदारवादी सोच और लोकतांत्रिक आदर्शों के प्रति प्रतिबद्धता को महत्व देते हैं।
महिलाओं के सशक्तिकरण और सामाजिक समानता के समर्थक श्री वाजपेयी भारत को सभी राष्ट्रों के बीच एक दूरदर्शी, विकसित, मजबूत और समृद्ध राष्ट्र के रूप में आगे बढ़ते हुए देखना चाहते हैं। वह ऐसे भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं जिस देश की सभ्यता का इतिहास 5000 साल पुराना है और जो अगले हज़ार वर्षों में आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार है।
पूर्व प्रधानमंत्री 'भारत रत्न' श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर कोटि-कोटि नमन। pic.twitter.com/mKt0cYP19a
— BJP Rajasthan (@BJP4Rajasthan) December 25, 2023
उन्हें भारत के प्रति उनके निस्वार्थ समर्पण और पचास से अधिक वर्षों तक देश और समाज की सेवा करने के लिए भारत का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण दिया गया। 1994 में उन्हें भारत का ‘सर्वश्रेष्ठ सांसद’ चुना गया। उद्धरणानुसार:”अपने नाम के ही समान, अटलजी एक प्रतिष्ठित राष्ट्रीय नेता, प्रखर राजनीतिज्ञ, नि:स्वार्थ सामाजिक कार्यकर्ता, सशक्त वक्ता, कवि, साहित्यकार, पत्रकार और बहुआयामी व्यक्तित्व वाले व्यक्ति हैं”। अटलजी जनता की बातों को ध्यान से सुनते हैं और उनकी आकाँक्षाओं को पूरा करने का प्रयास करते हैं। उनके कार्य राष्ट्र के प्रति उनके समर्पण को दिखाते हैं।