डलहौज़ी हलचल (चंबा) : “चलो चंबा अभियान” के अंतर्गत पांगी घाटी में स्थानीय लोगों को सामुदायिक आधारित जिम्मेदार पर्यटन के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से नाट ऑन मैप संस्था की टीम ने विशेष कार्यक्रम आयोजित किया। इस अभियान के तहत टीम ने पांगी मुख्यालय किलाड़ और सुराल में लोगों को जागरूक किया।
सुराल में सफाई अभियान और जागरूकता कार्यशाला
टीम ने सुराल के खूबसूरत झरने के आसपास एक सफाई अभियान चलाया, जिसमें बड़ी मात्रा में कूड़ा एकत्रित किया गया और उसका सही ढंग से निष्पादन किया गया। इसके बाद, सुराल स्कूल के बच्चों के साथ एक कार्यशाला भी आयोजित की गई। इस कार्यशाला में बच्चों को स्वच्छता और जिम्मेदार पर्यटन के महत्व पर जानकारी दी गई।
जिम्मेदार पर्यटन और प्लास्टिक का पुनः उपयोग
टूरिज्म गांधी ऑफ इंडिया के नाम से मशहूर राज बासू की संस्था ACT द्वारा घोषित सस्टेनेबल लीडर राजेश ने बच्चों को प्लास्टिक के सही उपयोग और पर्यावरण संरक्षण के बारे में बताया। उन्होंने यह समझाया कि खाली प्लास्टिक की बोतलों का पुनः उपयोग सजावट के लिए किया जा सकता है, जिससे पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचेगा। बच्चों को दिखाया गया कि एक प्लास्टिक की बोतल में 170 से 180 प्लास्टिक रैपर्स समा सकते हैं, जिससे प्लास्टिक का पुनः उपयोग किया जा सकता है।
सामुदायिक जिम्मेदार पर्यटन की पहल
लगभग दो वर्ष पहले राज बासू ने पांगी का दौरा किया था, जहाँ उन्होंने घाटी के लोगों को सामुदायिक आधारित जिम्मेदार पर्यटन के बारे में जागरूक किया था। इसके बाद, दिल्ली में आयोजित एक कार्यशाला के दौरान भी उन्होंने पांगी घाटी को जिम्मेदार पर्यटन के साथ जोड़ने की वकालत की थी।
पांगी घाटी की खूबसूरती और रोजगार के अवसर
नाट ऑन मैप संस्था के सह-संस्थापक मनुज शर्मा ने बताया कि पांगी घाटी अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है और यहाँ बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। ऐसे में घाटी की सुंदरता को बनाए रखने और पर्यटकों द्वारा फैलने वाली गंदगी को रोकने के लिए स्थानीय लोगों को सक्रिय भूमिका निभाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यदि सामुदायिक जिम्मेदार पर्यटन को बढ़ावा दिया जाए, तो पांगी घाटी में पर्यटन से जुड़े रोजगार के कई अवसर पैदा हो सकते हैं।
भविष्य की योजनाएँ
मनुज शर्मा ने यह भी बताया कि भविष्य में भी पांगी घाटी के लोगों को जिम्मेदार पर्यटन के प्रति जागरूक करने के लिए और कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, ताकि इस क्षेत्र में पर्यटन को और बढ़ावा दिया जा सके।
कार्यक्रम में प्रमुख योगदानकर्ता
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रधानाचार्य भगवान दास चौहान, डा. नरेश ठाकुर, मनोज ठाकुर, ग्राम पंचायत धरवास की प्रधान अनीता, और भगवान चंद का अहम योगदान रहा।
इस अभियान के माध्यम से पांगी घाटी के लोगों को न केवल पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में प्रोत्साहित किया जा रहा है, बल्कि उन्हें जिम्मेदार और सतत् पर्यटन के महत्व के बारे में भी जागरूक किया जा रहा है।