डलहौजी: डलहौजी-बनीखेत मार्ग पर स्थित एक निजी होटल और उसके समीपवर्ती जंगल में भालू के दिखाई देने से स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई है। भालू को अपने बच्चों के साथ जंगल और होटल के परिसर में घूमते देखा गया, जिससे वहां उपस्थित लोगों में हड़कंप मच गया। इस अप्रत्याशित घटना ने क्षेत्र की सुरक्षा के संबंध में कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
क्या कहते हैं डीएफओ डलहौज़ी रजनीश महाजन
डलहौजी के डीएफओ रजनीश महाजन ने बताया कि स्थानीय लोग अक्सर खाने-पीने की वस्तुओं के अवशेष खुले में फेंक देते हैं, जो जंगली जानवरों को रिहायशी इलाकों की ओर आकर्षित करता है। इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि वन्यजीवों की बढ़ती गतिविधियों के कारण स्थानीय निवासियों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। महाजन ने लोगों को रात के समय अकेले बाहर न निकलने और समूह में चलने की सलाह दी है।
सुरक्षा के उपाय
स्थानीय निवासियों को सलाह दी गई है कि वे अपने घरों और आसपास के क्षेत्रों को स्वच्छ रखें और खाद्य सामग्री के वेस्ट को खुले में न फेंके। वन विभाग द्वारा जल्द ही जागरूकता अभियान शुरू किया जाएगा, ताकि लोग जंगली जानवरों के साथ सुरक्षित व्यवहार के बारे में जागरूक हो सकें। इस घटना स्थल के वीडियो में भालू के साथ-साथ कूड़े का ढेर भी देखा जा सकता है, जो वन्यजीवों को आकर्षित करने का एक प्रमुख कारण है।
वन विभाग इस मामले को गंभीरता से लेते हुए स्थानीय निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रहा है। डलहौजी और उसके आसपास के क्षेत्रों में वन्यजीवों की बढ़ती गतिविधियों और इससे संबंधित सुरक्षा चिंताओं को देखते हुए, लोगों को भी सतर्क रहने और वन्यजीवों से सुरक्षित दूरी बनाए रखने की सलाह दी गई है।
डलहौजी-बनीखेत मार्ग पर भालू के दिखाई देने की इस घटना ने न केवल स्थानीय निवासियों को बल्कि पर्यटकों को भी सतर्क कर दिया है। यह घटना वन्यजीवों की बढ़ती गतिविधियों के प्रति जागरूकता बढ़ाने और सुरक्षा के उपाय करने की आवश्यकता को रेखांकित करती है।