डलहौज़ी हलचल (शिमला): हिमाचल प्रदेश की मंडी से भाजपा सांसद और मशहूर बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने मंगलवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की और अधिकारियों से राहत कार्यों की जानकारी ली। पीड़ितों ने कंगना को अपने दुख-दर्द और बाढ़ की विभीषिका का विवरण साझा किया। कंगना ने प्रभावित लोगों को आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार हर संभव सहायता प्रदान करेगी। आपदा के बाद पहली बार सांसद कंगना रनौत समेज गांव पहुंचीं।
कंगना का सुक्खू सरकार पर हमला
कंगना ने हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला करते हुए सवाल उठाया कि क्या बाढ़ पीड़ितों को उचित मदद मिल रही है। उन्होंने कहा, “लोग अपने हाथों से पुल बनाने को मजबूर हैं, यह भ्रष्टाचार का नतीजा है।” पत्रकारों से बातचीत में कंगना ने कहा, “राज्य सरकार की असफलता सबके सामने है। पिछले विस्थापितों से वादा किया गया था कि केंद्र से आए फंड से हर व्यक्ति को 7-7 लाख रुपये मिलेंगे। क्या वह 7 लाख रुपये किसी को मिले? लोग आज भी खुद से पुल बना रहे हैं।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सहयोग
कंगना ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले भी 1800 करोड़ रुपये का पैकेज भेजा था और अब भी भेजेंगे। लेकिन क्या वह पैसा वास्तव में बाढ़ पीड़ितों तक पहुंचेगा या नहीं, इस पर जांच होनी चाहिए। भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की जरूरत है।”
बाढ़ की विभीषिका
31 जुलाई की रात को बादल फटने से समेज गांव पूरी तरह से बाढ़ की चपेट में आ गया था। इस आपदा में 36 लोग लापता हो गए थे। पांच शव बरामद हुए हैं, लेकिन उनकी पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। लापता लोगों की तलाश में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
कंगना की इस दौरे ने बाढ़ पीड़ितों के हालात पर ध्यान केंद्रित किया है और राज्य सरकार पर दबाव बढ़ाया है कि वह राहत कार्यों में तेजी लाए और भ्रष्टाचार को रोके।
कंगना रनौत का हिमाचल प्रदेश में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा और राज्य सरकार पर आरोपों का सिलसिला इस बात की ओर इशारा करता है कि राज्य में राहत कार्यों को और अधिक प्रभावी बनाने की जरूरत है। जनता को यह विश्वास दिलाना होगा कि उनके लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है और भ्रष्टाचार को रोकने के लिए कठोर कदम उठाए जा रहे हैं।