आत्म-सम्मान और आत्मनिर्भरता की प्रेरक मिसाल: अश्वनी और राजकुमार गुप्ता
डलहौज़ी हलचल (बिलासपुर): हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के गांव बरोआ के निवासी 63 वर्षीय अश्वनी कुमार गुप्ता और 60 वर्षीय राज कुमार गुप्ता ने दृष्टिहीनता के बावजूद समाज के सामने प्रेरणा की मिसाल पेश की है। जन्म से ही दृष्टिहीन ये दोनों सगे भाई अब “इंडियन आयल हौंसले की उड़ान 2024” अवार्ड से नवाजे जाएंगे। यह सम्मान समारोह 18 सितंबर 2024 को चंडीगढ़ के टैगोर थियेटर में आयोजित होगा।
अश्वनी और राजकुमार गुप्ता की कहानी ने साबित किया है कि शारीरिक चुनौतियाँ किसी के आत्म-सम्मान और सफलता की राह में बाधा नहीं बन सकतीं। ये दोनों भाई अपने जनरल स्टोर को पूरी आत्मनिर्भरता के साथ चला रहे हैं और अपने परिवार को आर्थिक रूप से सशक्त बना रहे हैं। उनकी विशेषता यह है कि वे पैसे की पहचान केवल छूकर कर लेते हैं, जो उनकी अद्वितीय क्षमता और आत्मविश्वास का प्रमाण है।
संजीव राणा, संस्था के संयोजक ने बताया कि यह अवार्ड (इंडियन आयल हौंसले की उड़ान 2024) उन व्यक्तियों को प्रदान किया जा रहा है जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों में भी आत्मनिर्भरता की मिसाल पेश की है। अश्वनी और राजकुमार की यह कहानी यह सिखाती है कि आत्मविश्वास और स्वाभिमान से जीवन की हर चुनौती का सामना किया जा सकता है।
इस सम्मान से अश्वनी और राजकुमार गुप्ता की संघर्षपूर्ण यात्रा को मान्यता मिलेगी, जो दिव्यांगजनों और समाज के हर व्यक्ति के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने यह सिद्ध कर दिया है कि इच्छाशक्ति और कठिन परिश्रम से किसी भी चुनौती को पार किया जा सकता है, चाहे परिस्थितियाँ कैसी भी हों।