Breaking News : डलहौज़ी हलचल (नाहन) कपिल शर्मा : प्रदेश सरकार ने हाटी समुदाय को नए साल के पहले ही दिन बड़ी खुशखबरी दी है। सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के बाद अब हाटी समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा मिल गया है। सुखविंदर सुक्खू कैबिनेट की सहमति के बाद सोमवार को इसकी घोषणा की गई है। नए साल के पहले दिन, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हाटियों को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की घोषणा की।
इस बाबत प्रिसिंपल सेक्रेट्री ओंकार चंद शर्मा ने एक पत्र जारी कर दिया है. जिसमे हाटी समुदाय को एसटी दर्जा लागू करने की बात कही गई है। बलदेव तोमर ने भी यह पत्र शेयर कर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का अपना वायदा निभाने के लिए आभार जताया है। कयास लगाए जा रहे थे कि हाटी समुदाय के जनजातीय घोषित होने के अधिनियम को हिमाचल सरकार आज यानि नव वर्ष के पहले दिन प्रदेश में लागू कर सकती है।

गिरिपार हाटी विकास कल्याण मंच के पदाधिकारी और कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ता शिमला पंहुच रहे है। उम्मीद है कि साल के पहले दिन इस मामले में सीएम सुक्खू की सरकार हाटी समुदाय को बड़ा तोहफा दे सकती है। और अंततः वही हुआ है। हालांकि इन सबमे करीब चार माह का समय लग गया लेकिन हाटी समुदाय के लोंगों को अब उनका हक मिल गया।
बता दें कि बीते कल यानि 31 दिसंबर 2023 रविवार को हिमाचल प्रदेश भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता और शिलाई के पूर्व विधायक बलदेव तोमर ने पाँवटा साहिब में पत्रकार वार्ता कर खुलासा करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने हाटी मामले पर केंद्र सरकार से जो स्पष्टीकरण मांगा था केंद्र ने उसका जवाब सरकार को भेज दिया है। उसके बाद से ही राजनैतिक सुगबुगाहट भी तेज हो गई। कांग्रेस के वर्कर्स भी कहने लगे कि प्रदेश सरकार ने 24 घंटे में लागू करने की बात कही है तो उसे लागू करना चाहिए और उन्हे कांग्रेस सरकार पर भरोसा है कि वह जो कहती है वो करती है।
इस सूचना के बाद कांग्रेस समर्थित पदाधिकारी और वर्कर्स शिमला पंहुचे। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मिले और उनका आभार जताया।
