डलहौज़ी हलचल (डलहौज़ी) : हिमाचल प्रदेश के चंबा जिला की पर्यटन नगरी डलहौजी में जमीन के एक विवादित सौदे में हेराफेरी का मामला सामने आया है। राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो की जांच के बाद पुलिस ने कई आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी की विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। शिकायतकर्ता हेम लता ने आरोप लगाया कि हंसराज ठाकुर, निवासी डलहौजी, ने वर्ष 2010 में 2.24 हेक्टेयर जमीन की खरीद के दौरान हेरफेर की। बाद में, राजस्व रिकॉर्ड में छेड़छाड़ कर इस जमीन को 6.20 हेक्टेयर में बदल दिया गया, जिससे सरकारी खजाने को स्टांप ड्यूटी में नुकसान हुआ।
जानिये क्या है मामला
शिकायत के अनुसार, हंसराज ठाकुर ने 2010 में सेल डीड संख्या 330 के माध्यम से 0.02-24 हेक्टेयर जमीन खरीदी थी। लेकिन 2014 में, राजस्व रिकॉर्ड में हेरफेर कर खसरा नंबर 1169 और 1366/1172 को मिलाकर कुल 6.20 हेक्टेयर भूमि का इंतकाल अपने नाम करवा लिया। इस हेराफेरी से सरकार को करीब 1.56 लाख रुपये की स्टांप ड्यूटी की हानि हुई। बाद में, 2024 में हंसराज के बेटे आयूष ठाकुर ने इस संपत्ति को बैंक में गिरवी रखकर 4.15 करोड़ रुपये का लोन भी ले लिया।
इन अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध
जांच में पाया गया कि इस धोखाधड़ी में तत्कालीन तहसीलदार, कानूनगो, पटवारी, और विक्रेता पक्ष के अजय कुमार महाजन व अवतार सिंह की भूमिका संदिग्ध पाई गई।
इन धाराओं में हुआ मामला दर्ज
जांच के बाद, पुलिस ने धारा 420 (धोखाधड़ी), 467 (जालसाजी), 468, 471 और 120B (षड्यंत्र) के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है और जल्द ही आरोपियों से पूछताछ कर सकती है। अधिकारियों के अनुसार, यदि जांच में आरोप सही पाए जाते हैं, तो संपत्ति जब्त करने और संबंधित अधिकारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है।