डलहौज़ी हलचल (चंबा) : राष्ट्रीय जल विद्युत निगम की विद्युत परियोजना चमैरा चरण-3 के खड़ामुख स्थित जलाशय की सिल्ट फ्लशिंग 31 जुलाई की रात 11 बजे से शुरू होगी। महाप्रबंधक अनिल कुमार ने यह जानकारी दी और बताया कि यह प्रक्रिया 1 अगस्त को दोपहर 2 बजे तक चलेगी।
सिल्ट फ्लशिंग की प्रक्रिया और अवधि
महाप्रबंधक अनिल कुमार ने बताया कि विद्युत परियोजना चमैरा चरण-3 के खड़ामुख स्थित जलाशय की सिल्ट फ्लशिंग 31 जुलाई की रात 11 बजे से शुरू होकर 1 अगस्त की दोपहर 2 बजे तक चलेगी। इस दौरान बांध के दरवाजे खोलकर धीरे-धीरे पानी छोड़ा जाएगा, जब तक कि नदी फ्री फ्लो में न आ जाए। फ्लशिंग का कार्य बांध में होने वाले अतिरिक्त जल प्रवाह पर निर्भर करेगा, जिससे सिल्ट को बहाकर बाहर निकाला जाएगा।
सिल्ट फ्लशिंग के उद्देश्य
सिल्ट फ्लशिंग का मुख्य उद्देश्य जलाशय में जमा हुई सिल्ट को निकालना है, जिससे जलाशय की क्षमता को बनाए रखा जा सके और परियोजना के संचालन में किसी भी प्रकार की रुकावट न आए। यह प्रक्रिया बांध की दक्षता को बनाए रखने और जलाशय की दीर्घकालिक स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है।
जनता के लिए दिशा-निर्देश
महाप्रबंधक अनिल कुमार ने स्थानीय जनता से आग्रह किया है कि वे इस अवधि के दौरान नदी के निकट न जाएं और फ्लशिंग प्रक्रिया के दौरान किसी भी प्रकार की असुविधा से बचने के लिए सावधानी बरतें।
फ्लशिंग प्रक्रिया की निगरानी
सिल्ट फ्लशिंग प्रक्रिया की निगरानी के लिए विशेषज्ञों की एक टीम तैनात की जाएगी, जो यह सुनिश्चित करेगी कि सभी कार्य सुरक्षित और सुचारू रूप से संपन्न हों। टीम यह भी सुनिश्चित करेगी कि नदी का जल स्तर नियंत्रित रहे और किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
चमेरा चरण-3 परियोजना की सिल्ट फ्लशिंग प्रक्रिया के सफल संपन्न होने से जलाशय की क्षमता में सुधार होगा और परियोजना की दीर्घकालिक स्थिरता सुनिश्चित होगी। जनता से अनुरोध है कि वे इस अवधि के दौरान संयम और सहयोग बनाए रखें।