skip to content

मुख्यमंत्री ने लवी मेले की अंतिम सांस्कृतिक संध्या की अध्यक्षता की, मनमोहक प्रस्तुतियों ने बांधा समां

Dalhousie Hulchul

डलहौज़ी हलचल (शिमला): मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने वीरवार देर शाम रामपुर में आयोजित अंतरराष्ट्रीय लवी मेले की अंतिम सांस्कृतिक संध्या की अध्यक्षता की। इस मौके पर उन्होंने मेले की स्मारिका का विमोचन भी किया।

उपायुक्त अनुपम कश्यप ने मुख्यमंत्री को हिमाचली शॉल और टोपी भेंट कर उनका सम्मान किया। इसके अलावा, पुरानी पेंशन योजना में शामिल हुए कर्मचारियों ने भी मुख्यमंत्री को सम्मानित कर उनके प्रति आभार प्रकट किया।

मुख्यमंत्री

सांस्कृतिक संध्या में बिखरे संगीत के रंग

कार्यक्रम में पार्श्व गायिका महालक्ष्मी अय्यर और श्रीराम अय्यर ने अपनी मनमोहक प्रस्तुतियों से दर्शकों का मन मोह लिया। दोनों कलाकारों की प्रस्तुति ने मेले के समापन को एक यादगार सांस्कृतिक अनुभव बना दिया।

प्रमुख अतिथि और गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति

इस अवसर पर लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, एपीएमसी शिमला के अध्यक्ष देव आनंद वर्मा, शिमला जिला परिषद अध्यक्ष चंद्रप्रभा नेगी, कांग्रेस नेता बुद्धि सिंह ठाकुर, रामपुर नगर परिषद अध्यक्ष मुस्कान, और पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी समेत अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

मुख्यमंत्री

लवी मेले का महत्व

अंतरराष्ट्रीय लवी मेला हिमाचल प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक और व्यापारिक परंपराओं का प्रतीक है। रामपुर में आयोजित यह मेला हर साल स्थानीय शिल्प, कला, और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से प्रदेश की पहचान को बढ़ावा देता है। मुख्यमंत्री ने इस आयोजन की सराहना करते हुए इसे राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित और बढ़ावा देने वाला महत्वपूर्ण मंच बताया।

Share This Article
इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है।