डलहौज़ी हलचल (चंबा) : 10 जून 2025 को चाइल्ड हेल्पलाइन चंबा ने एक महत्वपूर्ण आउटरीच कार्यक्रम का आयोजन किया, जो राजकीय माध्यमिक विद्यालय लक्कड़मंडी, तहसील डलहौजी में हुआ। इस कार्यक्रम में स्कूल अध्यापकों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और 60 बच्चों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों को चाइल्ड हेल्पलाइन टोल फ्री नंबर 1098 के बारे में जागरूक करना और बच्चों के अधिकारों तथा सुरक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करना था।
चाइल्ड हेल्पलाइन चंबा के सुपरवाइजर विक्की जरयाल और पंकज कुमार ने चाइल्ड हेल्पलाइन के टोल फ्री नंबर 1098 के माध्यम से बाल संरक्षण सेवाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि चाइल्ड हेल्पलाइन बच्चों के लिए नशे की लत, जन्म पंजीकरण से वंचित बच्चे, अनाथ और अर्ध-अनाथ बच्चे, बाल विवाह, बाल मजदूरी, शारीरिक और मानसिक रूप से विकलांग बच्चे, घरेलू हिंसा और शोषण से पीड़ित बच्चों के लिए मदद प्रदान करती है।

कार्यक्रम में पोक्सो अधिनियम पर भी जागरूकता दी गई और बताया गया कि शिक्षक बच्चों से हर विषय पर खुलकर संवाद करें और उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की सुरक्षा पर ध्यान दें। बच्चों को यह समझाया गया कि वे अंजान व्यक्तियों से दूरी बनाए रखें, खाने-पीने की चीजें किसी अजनबी से न लें, और घरेलू हिंसा या बाल शोषण से जुड़ी किसी भी घटना की जानकारी तुरंत चाइल्ड हेल्पलाइन को दें।
बाल मजदूरी और बाल विवाह जैसे गंभीर मुद्दों पर बच्चों को जागरूक किया गया और बताया गया कि इन सामाजिक बुराइयों का उनके स्वास्थ्य और शिक्षा पर किस प्रकार नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा, यह भी बताया गया कि यदि कोई बच्चा पढ़ाई में ध्यान नहीं दे रहा और जल्दी पैसे कमाने के लिए काम करने की ओर बढ़ रहा है, तो इसे रोकने के लिए स्कूल और शिक्षक उसे सही दिशा में मार्गदर्शन प्रदान करें।

कार्यक्रम के दौरान बच्चों को यह भी भरोसा दिलाया गया कि चाइल्ड हेल्पलाइन को सूचनाएं देने पर उनकी पहचान पूरी तरह से गुप्त रखी जाएगी, और सूचनाकर्ता की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा।
टीम द्वारा यह भी स्पष्ट किया गया कि अगर कोई बच्चा किसी भी प्रकार के शोषण, बाल विवाह, या बाल मजदूरी का शिकार हो रहा हो, तो यह जरूरी है कि उसे चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 के माध्यम से सूचित किया जाए।
इस कार्यक्रम में टीo जीo टीo आर्ट्स अध्यापक विक्रम चौहान, शास्त्री दिनेश कुमार, जेo बीo टीo अध्यापिका अंजली पठनीय, जेo बीo टीo अध्यापक कमलेश कुमार, नीरज कुमार, और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता रीना कुमारी समेत अन्य लोग उपस्थित रहे। इस पहल से बच्चों की सुरक्षा, स्वास्थ्य, और शिक्षा से जुड़े संवेदनशील मुद्दों पर एक सशक्त कदम उठाया गया है, जो समाज में जागरूकता और सहयोग को बढ़ावा देगा।