डलहौज़ी हलचल (मंडी) 28 जनवरी: चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट दर्जा प्राप्त मंडी के बच्चों ने मंगलवार को अपनी तीन दिन की यात्रा के अंतिम दिन चंडीगढ़ की सैर की। बच्चों ने चंडीगढ़ में अनेक प्रमुख स्थलों का भ्रमण किया, जिनमें नेक चंद का रॉक गार्डन, सूखना झील, रोज़ गार्डन और 17 सेक्टर मार्केट शामिल थे।

वाघा बार्डर की रिट्रीट सेरेमनी से प्रेरित हुए बच्चे
बच्चे चंडीगढ़ आने से पहले वाघा बार्डर पर भारतीय और पाकिस्तानी जवानों द्वारा की जाने वाली रिट्रीट सेरेमनी देखने गए थे। वहां पर बीएसएफ जवानों की परेड, करतब और देश की सुरक्षा के लिए उनके जज्बे को देखकर बच्चे काफी प्रभावित हुए। कई बच्चों ने तो यह प्रेरणा ली कि वे भी भारतीय आर्मी में शामिल होना चाहते हैं।

वीआईपी पास की व्यवस्था से नजदीक से देखी रिट्रीट सेरेमनी
जिला प्रशासन ने बच्चों की यात्रा को और भी सुखद बनाने के लिए वीआईपी पास की व्यवस्था की थी, जिससे बच्चों को रिट्रीट सेरेमनी को बेहद पास से देखने का अवसर मिला। इस व्यवस्था से बच्चे भारतीय और पाकिस्तानी रेंजर्स की परेड और सेरेमनी को सीधे तौर पर देख सके।

रॉक गार्डन में शिल्पकार नेक चंद की अद्वितीय कला
चंडीगढ़ के रॉक गार्डन का भ्रमण करते हुए बच्चों को उसके शिल्पकार श्री नेक चंद की कड़ी मेहनत और अद्भुत निर्माण कला के बारे में बताया गया। जिला बाल संरक्षण अधिकारी एन. आर. ठाकुर ने बच्चों को बताया कि कैसे एक साधारण सरकारी कर्मचारी ने कचरे से सुंदर कला का निर्माण किया और उसे एक जीवंत गैलरी में बदल दिया। बच्चों ने रॉक गार्डन को देखकर न सिर्फ हैरानी जताई बल्कि उनकी कला के प्रति गहरी सराहना भी की।