skip to content

हिमाचल प्रदेश में सहकारिता उत्कृष्टता पुरस्कार वितरण समारोह

Dalhousie Hulchul
Whats-App-Image-2025-02-24-at-16-46-29-3b3d3832

एनसीडीसी द्वारा एफपीओ के गठन के लिए योजनाओं की घोषणा

डलहौज़ी हलचल (शिमला) : हिमाचल प्रदेश सरकार ने सहकारिता क्षेत्र में उत्कृष्टता को मान्यता देने के लिए शिमला में एक विशेष समारोह आयोजित किया। 05 अगस्त 2024 को, माननीय सचिव सहकारिता, श्री सी. पॉल रासु (आईएएस) ने राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (एनसीडीसी) के सहयोग से उत्कृष्टता पुरस्कार वितरित किए। इस समारोह में राज्य की प्राथमिक सहकारी समितियों और किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) को सम्मानित किया गया।

सम्मानित सहकारी समितियाँ और पुरस्कार

सहकारी उत्कृष्टता पुरस्कार और मेरिट पुरस्कार प्राप्त करने वाली समितियाँ:

  • कुठेड़ा सहकारी कृषि सेवा समिति लिमिटेड (हमीरपुर)
  • तिब्बेतन हस्तशिल्प और हथकरघा उत्पादन-सह-बिक्री सहकारी औद्योगिक सोसायटी लिमिटेड (मेकलोडगंज धर्मशाला)
  • बनुरी कोऑपरेटिव एग्रीकल्चर सर्विस सोसाइटी लिमिटेड (पालमपुर)
  • बाहन्वी कोऑपरेटिव एग्रीकल्चर सर्विस सोसायटी लिमिटेड (भोरंज)

प्रत्येक समिति को चेक राशि, प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए।

हिमाचल प्रदेश सरकार

सहकारिता क्षेत्र में योगदान और भविष्य की योजनाएँ

माननीय सचिव सी. पॉल रासु ने एनसीडीसी द्वारा हिमाचल प्रदेश में सहकारिता के क्षेत्र में किए गए योगदान की सराहना की। उन्होंने बताया कि राज्य में 10 नए एफपीओ के गठन के लिए प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गई, जिससे पैक्स को एफपीओ में बदलने और राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम द्वारा प्रदान की जा रही योजनाओं का लाभ लेने में सहायता मिलेगी।

पंजीयक सहकारी सभाएँ, डॉ. आर.के. प्रूथी (आईएएस) ने अपने अनुभव साझा किए और सहकारी सभाओं को प्रेरित किया। उन्होंने अपशिष्ट प्रबंधन के महत्व पर जोर दिया और बताया कि सहकारी सभाएँ इसे मुनाफे के साथ-साथ समाज के भले के लिए कैसे उपयोग कर सकती हैं।

एनसीडीसी की योजनाएँ और एफपीओ के लिए प्रशिक्षण

एनसीडीसी शिमला के क्षेत्रीय निदेशक, श्री भूपेंद्र मंडावी ने पैक्स और एफपीओ के लिए वर्तमान में चल रही योजनाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश में सहकारिता के क्षेत्र में अब तक लगभग 972.00 करोड़ रुपये की विमुक्ति की जा चुकी है।

समारोह के दौरान, हिमाचल प्रदेश के पांच जिलों से 10 पैक्स को एफपीओ में बदलने के लिए चयनित किया गया। इनमें से 7 पैक्स को “PACs as FPO” के सर्टिफिकेट वितरित किए गए और उन्हें सी.बी.बी.ओ. अरावली द्वारा एफपीओ के रूप में संचालित होने वाली विभिन्न गतिविधियों का प्रशिक्षण दिया गया।

Share This Article
इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है।