डलहौज़ी हलचल (पच्छाद) 27 जुलाई – पच्छाद पुलिस की सक्रियता और प्रयासों से पिछले 6 महीनों से अपने परिजनों से बिछड़ा मानसिक रोगी पवन अब अपने परिवार के पास पहुंच गया है। स्थानीय थाना के एचएएसआई नरेश शर्मा की मेहनत और संजीदगी के कारण पवन को उसके परिवार से पुनः मिलाया गया है।
बिछड़े मानसिक रोगी की पहचान
दरअसल, सराहां बाजार में एक व्यक्ति लंबे समय से घूम रहा था और बहुत कम बातचीत करता था। 25 जुलाई को जायका भोजनालय में खाना खाते समय भोजनालय के मालिक सुशील शर्मा ने एचएएसआई नरेश शर्मा को इस व्यक्ति के बारे में सूचित किया। सुशील शर्मा ने बताया कि यह व्यक्ति अपने आप को मुरैना, मध्य प्रदेश का बताता है।
पुलिस की सक्रियता और जांच
एएचएसआई नरेश शर्मा ने इस सूचना पर तत्काल कार्रवाई की और थाना के एसएचओ से सलाह-मशविरा करने के बाद लगभग दो घंटे की बातचीत के बाद पता चला कि यह व्यक्ति पवन पुत्र चमन सिंह, गांव टिकेटगड़ी, पंचायत बेलागांव, थाना केलारस, जिला मुरैना, मध्य प्रदेश का निवासी है।
पुलिस ने संबंधित थाना और पंचायत के प्रधान गिरिराज से संपर्क किया और पवन की फोटो व्हाट्सएप पर भेजी। इसके बाद उसकी सही पहचान हो पाई।
परिवार से पुनः मिलना
शनिवार को पवन का भाई रविंद्र सिंह पच्छाद पुलिस स्टेशन पहुंचा। पुलिस ने उसे आवश्यक निर्देश दिए और पवन को उसके परिवार के हवाले कर दिया। इस अवसर पर पवन के परिजनों ने एएचएसआई नरेश शर्मा और पच्छाद पुलिस की प्रशंसा करते हुए उनके सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।
पुलिस की सराहनीय भूमिका
इस घटना ने पुलिस की सक्रियता और समर्पण को उजागर किया है, जिसने बिछड़े मानसिक रोगी को उसके परिवार से मिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पवन के परिवार ने पुलिस के प्रयासों की सराहना करते हुए उनके काम के लिए धन्यवाद दिया।
पुलिस की इस कार्रवाई से यह साबित होता है कि एक संवेदनशील और समर्पित पुलिस बल समाज में कितनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।