डलहौज़ी हलचल (चंबा) भूषण गुरंग : राजकीय केंद्रीय प्राथमिक पाठशाला धुलारा में ‘पहली शिक्षक मां’ अभी विन्यास कार्यक्रम के तहत आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला का आज समापन हुआ। इस कार्यशाला का उद्देश्य माताओं को बच्चों के भाषा, सामाजिक एवं भावनात्मक विकास में उनकी भूमिका के प्रति जागरूक करना था।
कार्यशाला की प्रमुख गतिविधियाँ
कार्यशाला के दौरान माताओं को बच्चों की शिक्षा और संपूर्ण विकास में प्रभावी तकनीकों के बारे में जानकारी दी गई। मुख्य रूप से:
✔ भाषा विकास पर केंद्रित गतिविधियाँ
✔ सामाजिक एवं भावनात्मक विकास से संबंधित अभ्यास
✔ चार्ट निर्माण और समूह गतिविधियों के माध्यम से सीखने की प्रक्रिया को सरल बनाना
कार्यशाला का संचालन रिसोर्स व्यक्ति संतोष कुमार, अनूप कुमार और सुरेश कुमार द्वारा किया गया। उन्होंने माताओं को ऐसे व्यावहारिक सुझाव दिए जिससे बच्चे शिक्षा को बोझ न समझें, बल्कि हंसते-खेलते विद्यालय के वातावरण में घुल-मिल सकें।
माताओं की सक्रिय भागीदारी
इस कार्यशाला में माताओं की भागीदारी अत्यंत उत्साहजनक रही। उन्होंने विभिन्न गतिविधियों में रुचि दिखाते हुए अपने बच्चों के लिए नई शिक्षण विधियों को अपनाने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम का समापन और धन्यवाद ज्ञापन
कार्यशाला के अंतिम चरण में केंद्रीय मुख्य शिक्षक रमेश कुमार ने माताओं की भागीदारी के लिए आभार प्रकट किया। उन्होंने सरकारी स्कूलों में पढ़ाई के लाभों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि माता-पिता को अपने बच्चों को सरकारी विद्यालयों में अधिक संख्या में नामांकित कराना चाहिए।
कार्यक्रम के समापन पर श्री जगदीश चंद्र ने सभी रिसोर्स पर्सन, मुख्य शिक्षक एवं प्रतिभागियों का इस कार्यशाला को सफल बनाने के लिए धन्यवाद किया।
यह कार्यशाला माताओं के लिए एक महत्वपूर्ण अनुभव साबित हुई, जिससे वे अपने बच्चों की शिक्षा को और अधिक प्रभावी एवं रोचक बना सकेंगी।