डलहौज़ी हलचल (डलहौज़ी) : मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के आह्वान पर प्रदेश में बिजली सब्सिडी त्यागने की मुहिम को और मजबूती मिली है। पूर्व शिक्षा मंत्री आशा कुमारी ने इस अभियान को बल देते हुए अपनी बिजली सब्सिडी त्याग दी है। उनके नाम पर पंजीकृत तीन बिजली मीटरों पर मिलने वाली सब्सिडी को छोड़ने का निर्णय उन्होंने लिया है।
बिजली सब्सिडी त्यागने का औपचारिक कदम
आशा कुमारी ने बिजली सब्सिडी छोड़ने का प्रफोर्मा भरकर बिजली बोर्ड के अधिक्षण अभियंता राजीव ठाकुर, अधिशाषी अभियंता पंकज राठौड़ और कनिष्ठ अभियंता अमीर चंद को सौंपा। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा बिजली बिलों पर दी जाने वाली सब्सिडी को त्यागकर इसे प्रदेश के विकास कार्यों में उपयोग किया जा सकता है।
साधन संपन्न लोगों से की अपील
आशा कुमारी ने प्रदेश के सभी साधन संपन्न लोगों से इस मुहिम में शामिल होने और बिजली सब्सिडी छोड़ने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह कदम प्रदेश के संसाधनों के सही उपयोग और विकास के लिए एक सकारात्मक पहल है। इसके जरिए जरूरतमंद लोगों को भी लाभ मिल सकेगा।
सकारात्मक पहल का समर्थन
इस कदम से प्रदेश में सब्सिडी त्यागने की मुहिम को और मजबूती मिलेगी, जिससे राज्य के विकास कार्यों को गति दी जा सकेगी। आशा कुमारी का यह निर्णय अन्य नेताओं और अधिकारियों के लिए एक प्रेरणा बनेगा।