डलहौज़ी हलचल (डलहौज़ी) : हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट द्वारा हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (HPTDC) के घाटे में चल रहे 18 होटलों को बंद करने के आदेश के बाद डलहौजी और खज्जियार के प्रसिद्ध होटल गीतांजलि और देवदार भी बंद होने की सूची में शामिल हैं।
पर्यटन को बड़ा झटका
डलहौजी का गीतांजलि होटल और खज्जियार का देवदार होटल, दोनों ही क्षेत्र के प्रमुख पर्यटन स्थलों में शामिल हैं और लंबे समय से पर्यटकों को अपनी सेवाएं दे रहे थे। इन होटलों की पहचान न केवल स्थानीय संस्कृति बल्कि हिमाचल के पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भी अहम रही है। कोर्ट के इस आदेश से स्थानीय पर्यटन उद्योग और रोजगार पर सीधा असर पड़ने की संभावना है।
हाईकोर्ट का आदेश
हिमाचल हाईकोर्ट ने 18 होटलों को 25 नवंबर तक बंद करने का आदेश दिया है। यह आदेश उन होटलों पर लागू किया गया है जिनकी ऑक्यूपेंसी 40 प्रतिशत से कम है। साथ ही, निगम को 3 दिसंबर तक अनुपालना रिपोर्ट कोर्ट में प्रस्तुत करने को कहा गया है।
स्थानीय व्यवसाय पर असर
डलहौजी और खज्जियार, दोनों ही हिमाचल प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थल हैं।
- गीतांजलि होटल: यह होटल डलहौजी में पर्यटकों का प्रमुख आकर्षण रहा है। यहां ठहरने वाले पर्यटक स्थानीय व्यवसाय जैसे टैक्सी सेवा, हस्तशिल्प और भोजनालयों पर भी निर्भर रहते थे।
- देवदार होटल, खज्जियार: खज्जियार, जिसे ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ कहा जाता है, का यह प्रतिष्ठित होटल पर्यटकों के ठहरने के लिए पहली पसंद था। इसके बंद होने से खज्जियार में पर्यटन गतिविधियां प्रभावित हो सकती हैं।
स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों की चिंता
स्थानीय व्यवसायी और कर्मचारी इस फैसले से चिंतित हैं। गीतांजलि और देवदार होटल के बंद होने से न केवल सैकड़ों लोगों की आजीविका पर असर पड़ेगा बल्कि डलहौज़ी के पर्यटन पर भी इसका गहरा प्रभाव होगा ।