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अंतरराष्ट्रीय मिंजर मेले का राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने किया शुभारंभ

Dalhousie Hulchul

डलहौज़ी हलचल (चंबा) 26 जुलाई: राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज चंबा के ऐतिहासिक मिंजर मेले में बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। मधुर कुंजड़ी-मल्हार गीतों की धुनों के बीच मिंजर ध्वज फहराकर उन्होंने मेले का औपचारिक शुभारंभ किया। इस मौके पर लेडी गवर्नर जानकी शुक्ला, विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया और अन्य गणमान्य भी उपस्थित रहे।

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मिंजर मेला: हिमाचल की अनूठी संस्कृति का प्रतीक

राज्यपाल ने कहा कि मिंजर मेला अपनी समृद्ध परंपराओं के लिए प्रसिद्ध है और यह हिमाचल प्रदेश की अनूठी संस्कृति को प्रदर्शित करता है। उन्होंने बताया कि यह मेला भाईचारे और बंधुत्व की भावना को बढ़ावा देता है। मिंजर उत्सव प्राचीन लोक परंपराओं, विश्वासों और आस्थाओं के साथ गहरे संबंधों का प्रतीक है।

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डलहौज़ी हलचल (चंबा) 26 जुलाई: राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज चंबा के ऐतिहासिक मिंजर मेले में बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। मधुर कुंजड़ी-मल्हार गीतों की धुनों के बीच मिंजर ध्वज फहराकर उन्होंने मेले का औपचारिक शुभारंभ किया। इस मौके पर लेडी गवर्नर जानकी शुक्ला, विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया और अन्य गणमान्य भी उपस्थित रहे।मिंजर मेला: हिमाचल की अनूठी संस्कृति का प्रतीकनशे की लत पर चिंता और जागरूकता का आह्वानपूर्व सैनिकों और वीर नारियों का सम्मानशहीदों के सम्मान में सांस्कृतिक संध्यामंदिर में मिंजर अर्पण और आशीर्वादप्रदर्शनी और खेल प्रतियोगिताओं का उद्घाटनजरूरतमंदों को स्वास्थ्य उपकरण और रक्तदाताओं का सम्मान
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नशे की लत पर चिंता और जागरूकता का आह्वान

राज्यपाल ने प्रदेश में बढ़ रही नशे की लत को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की और इसके खिलाफ सामूहिक जागरूकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि सभी को इस बुराई का एकजुट होकर सामना करना चाहिए। हमारी सामाजिक संरचना को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे असामाजिक तत्वों का मुकाबला करने के लिए संस्कृति और परंपराओं का संरक्षण बेहद महत्वपूर्ण है।

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पूर्व सैनिकों और वीर नारियों का सम्मान

इस अवसर पर राज्यपाल ने पूर्व सैनिकों को उनकी अनुकरणीय सेवाओं और वीर नारियों को भी सम्मानित किया। मेला कमेटी के अध्यक्ष एवं जिला चंबा के उपायुक्त मुकेश रेप्सवाल ने आयोजन समिति की ओर से राज्यपाल का स्वागत किया और मिंजर मेले के दौरान आयोजित की जाने वाली गतिविधियों और इसकी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

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शहीदों के सम्मान में सांस्कृतिक संध्या

उपायुक्त मुकेश रेप्सवाल ने बताया कि मेले की पहली सांस्कृतिक संध्या देश के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले शहीदों के नाम समर्पित की गई है। पुलिस अधीक्षक और मिंजर मेला खेल कमेटी के अध्यक्ष अभिषेक यादव ने भी कमेटी की ओर से राज्यपाल को सम्मानित किया।

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मंदिर में मिंजर अर्पण और आशीर्वाद

राज्यपाल और लेडी गवर्नर को मिंजर भेंट की गई। मेला कमेटी की ओर से उपायुक्त ने विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया और विधायक नीरज नैय्यर तथा डीएस ठाकुर को भी समानित किया। इससे पहले राज्यपाल ने प्राचीन लक्ष्मी नारायण मंदिर में मिंजर अर्पित कर माथा टेका और आशीर्वाद प्राप्त किया।

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प्रदर्शनी और खेल प्रतियोगिताओं का उद्घाटन

राज्यपाल ने विभिन्न विभागों, बोर्डों और निगमों द्वारा सरकार की कल्याणकारी योजनाओं पर आधारित प्रदर्शनी का शुभारंभ भी किया। उन्होंने मिंजर मेला खेल प्रतियोगिता की औपचारिक घोषणा की और लड़कियों की टीमों के बीच खेला गया कबड्डी मैच भी देखा।

जरूरतमंदों को स्वास्थ्य उपकरण और रक्तदाताओं का सम्मान

राज्यपाल ने जिला रेडक्रॉस सोसायटी के माध्यम से जरूरतमंदों को स्वास्थ्य उपकरण वितरित किए और रक्तदाताओं को सम्मानित भी किया। इस अवसर पर गणमान्य व्यक्ति और भारी संख्या में लोग मौजूद थे।

राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने मिंजर मेले की महत्ता और इसकी सांस्कृतिक धरोहर को संजोने की आवश्यकता पर जोर दिया, जिससे समाज में भाईचारा और सद्भाव बना रहे।

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