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एनआईटी जालंधर में स्वर्ण पदक जीतकर चंबा की बेटी स्मृति शर्मा ने रचा इतिहास

Dalhousie Hulchul
स्मृति शर्मा

डलहौज़ी हलचल (चंबा) भूषण गुरंग : स्मृति शर्मा ने NIT जालंधर में एम.टेक. में स्वर्ण पदक हासिल कर क्षेत्र का नाम किया रोशन डॉ. बी.आर. अंबेडकर राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी), जालंधर में आयोजित दीक्षांत समारोह में चंबा जिले की ककीरा जरेई पंचातय के समलाहर गांव की बेटी स्मृति शर्मा ने इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग में मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी (एम.टेक.) में स्वर्ण पदक हासिल किया। उन्होंने यह स्वर्ण पदक पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया से प्राप्त किया।

शैक्षणिक सफर और उपलब्धि

स्मृति शर्मा, जो बिमल कुमार की बेटी हैं, 2022 में एनआईटी जालंधर में एम.टेक. के लिए दाखिला लिया और 2024 में अपनी शिक्षा पूरी की। इस दौरान उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण से न केवल शिक्षा में उत्कृष्टता हासिल की, बल्कि संस्थान में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करते हुए स्वर्ण पदक अर्जित किया। अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद, स्मृति शर्मा अब बेंगलुरु की एक प्रतिष्ठित सेमीकंडक्टर कंपनी में सेवाएं दे रही हैं। यह उनकी मेहनत और प्रतिभा का परिणाम है कि उन्होंने देश के तकनीकी क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त किया है।

गांव और क्षेत्र के लिए गर्व का क्षण

स्मृति के इस उपलब्धि पर गांव समलाहर और पंचायत ककीरा जराई के लोगों में गर्व और खुशी का माहौल है। उन्होंने अपनी लगन और मेहनत से न केवल अपने परिवार बल्कि पूरे क्षेत्र का नाम रोशन किया है। स्मृति के पिता बिमल कुमार ने इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह उनकी बेटी की कड़ी मेहनत और संस्थान के उत्कृष्ट शिक्षण का परिणाम है। क्षेत्र के लोग स्मृति की इस सफलता को युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा मानते हैं।

महिला सशक्तिकरण की मिसाल

स्मृति शर्मा ने अपनी उपलब्धि से साबित किया है कि अगर हौसले बुलंद हों तो हिमाचल जैसे पहाड़ी क्षेत्र की बेटियां भी देश और दुनिया में अपनी पहचान बना सकती हैं। उनकी सफलता आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी।

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