अगर आप HDFC Bank से लोन लेने का विचार कर रहे हैं, तो आपके लिए बुरी खबर है। भारत के सबसे बड़े प्राइवेट सेक्टर बैंक ने अपनी मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स-बेस्ड लेंडिंग रेट्स (MCLR) में बढ़ोतरी की है। इसका सीधा मतलब है कि अब HDFC Bank से लोन लेना महंगा हो गया है।
ब्याज दरों में बदलाव
HDFC Bank ने 3 महीने की अवधि के लिए MCLR दरों में 5 बेसिस प्वाइंट (BPS) की वृद्धि की है। अब बैंक में MCLR की ब्याज दरें 9.10% से 9.45% के बीच होंगी।
- ओवरनाइट और 1 महीने की MCLR: बैंक ने ओवरनाइट अवधि के लिए 9.10% और 1 महीने की अवधि के लिए 9.15% की ब्याज दर पर लोन देने की घोषणा की है।
- 3 महीने की MCLR: तीन महीने की अवधि पर ब्याज दर 9.25% से बढ़कर 9.30% हो गई है।
- 6 महीने की MCLR: 6 महीने की MCLR 9.40% है।
- 1 साल की MCLR: 1 साल की MCLR 9.45% है।
- 2 और 3 साल की MCLR: दोनों की ब्याज दर 9.45% है।
MCLR क्या है?
MCLR वह न्यूनतम ब्याज दर है जो किसी फाइनेंशियल इंस्टीट्यूट द्वारा किसी खास लोन के लिए वसूली जाती है। यह लोन के इंटरेस्ट रेट की न्यूनतम सीमा को तय करता है। MCLR में किसी भी तरह के बदलाव का सीधा असर होम लोन, कार लोन और एजुकेशन लोन की EMI पर पड़ता है। HDFC Bank द्वारा की गई इस बढ़ोतरी के बाद अब कस्टमर्स को अधिक EMI चुकानी पड़ेगी।
इस वृद्धि के साथ, HDFC Bank से लोन लेने की योजना बना रहे ग्राहकों को अधिक खर्च करना पड़ेगा। ऐसे में अगर आप लोन लेने का विचार कर रहे हैं, तो इन नई दरों को ध्यान में रखते हुए अपने वित्तीय निर्णय लें।