डलहौज़ी हलचल (शिमला/कुल्लू/मंडी) : हिमाचल प्रदेश में बुधवार रात हुई भारी बारिश ने कई जिलों में तबाही मचाई। शिमला, कुल्लू और मंडी जिलों के ऊपरी हिस्सों में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है।
रामपुर में तबाही: शिमला जिला के रामपुर उपमंडल के झाकड़ी इलाके में समेज खड्ड के पास आधी रात को बादल फटने से आई बाढ़ ने कोहराम मचाया। इस हादसे में कई लोग लापता हो गए हैं। उपायुक्त अनुपम कश्यप और पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी राहत कार्यों के लिए मौके पर पहुंच गए हैं। एसडीआरएफ की टीम भी रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी है।
मंडी में नुकसान: मंडी जिला की चोहर घाटी के टिक्कन थलटू कोड में भारी बारिश के बाद आई बाढ़ ने कई घरों को नुकसान पहुंचाया। बाढ़ से बचने के लिए लोग जंगल की ओर भागे, लेकिन तीन लोग लापता हो गए हैं। मंडी के जिलाधीश अपूर्व देवगन राहत एवं बचाव कार्यों के लिए रवाना हो गए हैं।
कुल्लू में हालात: कुल्लू जिला में आधी रात से हो रही भारी बारिश से नदी-नालों के जलस्तर में भारी बढ़ोतरी हुई है। मलाणा पॉवर प्रोजेक्ट 1 का डैम फटने से सड़कों, पुलों और जमीनों को भारी नुकसान हुआ है। पार्वती नदी में बाढ़ से भुंतर के आसपास के लोगों को अलर्ट जारी किया गया है। कुल्लू जिले के बागीपुल में बाढ़ से कई घर बह गए हैं।
श्रीखंड महादेव क्षेत्र में संकट: श्रीखंड की पहाड़ियों में बादल फटने से कुर्पण, समेज और गानवी खड्ड में आई भयंकर बाढ़ ने तबाही मचाई। करीब दो दर्जन मकान और कई गाड़ियां बाढ़ की चपेट में आ गए। स्कूल भवन और औषधालय भी बाढ़ में बह गए हैं। शिमला जिले के गानवी और कुल्लू जिले के बागीपुल बाजार में भी भारी नुकसान हुआ है। श्रीखंड की पहाड़ियों पर नैन सरोवर के आसपास बादल फटने से तीन खड्डों में पानी का बहाव बढ़ गया, जिससे बाढ़ का रूप धारण कर लिया। सैलाब से मलाणा प्रोजेक्ट डैम 2 को भी नुकसान पहुंचा है।
राहत कार्य जारी
उपायुक्त अनुपम कश्यप ने कहा कि राहत कार्य तुरंत शुरू कर दिए गए हैं। आईटीबीपी, होम गार्ड और एसडीआरएफ की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हैं। एंबुलेंस सहित सभी आधारभूत सुविधाएं रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल की गई हैं। अतिरिक्त उपायुक्त की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया गया है, जिसमें पुलिस, होम गार्ड, अग्निशमन दल, सुन्नी डैम प्रबंधन सहित अन्य विभागों को शामिल किया गया है।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में राज्य के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है। 5 अगस्त तक राज्य में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
मानसून सीजन में नुकसान
मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में 27 जून को मानसून के आगमन से अब तक सामान्य से 36 फीसदी कम बारिश हुई है। लाहौल-स्पीति में सामान्य से 79 फीसदी कम, किन्नौर में 49 फीसदी, उना में 47 फीसदी, चंबा में 45 फीसदी, हमीरपुर में 41 फीसदी, सिरमौर में 44 फीसदी, सोलन में 43 फीसदी, बिलासपुर और कुल्लू में 31 फीसदी, कांगड़ा में 15 फीसदी, मंडी में 17 फीसदी और शिमला में 14 फीसदी कम बारिश हुई है।
मानसून सीजन में बारिश से 114 घर क्षतिग्रस्त
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, प्रदेश में मानसून सीजन के दौरान बारिश और भूस्खलन की वजह से 114 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। इनमें 19 घर पूर्ण रूप से ध्वस्त हुए, जबकि 95 घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा पांच दुकानें और 87 पशुशालाएं भी धराशायी हुईं। राज्य में मानसून सीजन में 433 करोड़ रुपये की संपत्ति को नुकसान पहुंचा है। इसमें लोकनिर्माण विभाग को 189 करोड़ रुपये की क्षति हुई है। पिछले करीब एक माह में राज्य में वर्षा जनित घटनाओं में 131 लोगों की मौत हुई है।