डलहौज़ी हलचल (शिमला) : हिमाचल प्रदेश की राजनीति में उस समय एक नया विवाद उभर आया जब चुराह से बीजेपी विधायक और पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज पर एक युवती के साथ अश्लील चैट करने का गंभीर आरोप लगे । इस मामले ने अब तूल पकड़ लिया है, और महिला कांग्रेस (Himachal Mahila Congress) ने विधायक के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए न्याय की मांग की है।
कांग्रेस प्रवक्ता अलका लांबा (Alka Lamba) की अगुवाई में महिला कांग्रेस की कार्यकर्ताओं ने राजीव भवन से विधानसभा तक एक सशक्त मार्च निकाला, जिसमें ‘बेटी को न्याय दो’ के नारों की गूंज सुनाई दी। इस प्रदर्शन में उन्होंने विधायक हंसराज की गिरफ्तारी और उनके मोबाइल फोन की फॉरेंसिक जांच की मांग की।

Himachal Mahila Congress का आक्रामक रुख
प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने महिला कांग्रेस (Himachal Mahila Congress) की कार्यकर्ताओं को बैरिकेडिंग करके रोका, जिससे तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई और पुलिस के साथ धक्का-मुक्की भी हुई। बावजूद इसके, महिला कांग्रेस की कार्यकर्ताओं ने डटकर विरोध किया और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को ज्ञापन सौंपा। इसमें उन्होंने विधायक को जेल भेजने और मामले की निष्पक्ष जांच की जोरदार मांग की। मुख्यमंत्री ने भी उन्हें निष्पक्ष और त्वरित जांच का आश्वासन दिया।
क्या कहती है कांग्रेस प्रवक्ता अलका लांबा (Alka Lamba)
कांग्रेस प्रवक्ता अलका लांबा (Alka Lamba) ने कहा, “हिमाचल प्रदेश में बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। बीजेपी के विधायक हंसराज पर उन्हीं की पार्टी के एक बूथ अध्यक्ष की बेटी ने गंभीर आरोप लगाए हैं, लेकिन इसके बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। एफआईआर दर्ज होने के बाद भी विधायक की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई? उनका फोन फॉरेंसिक जांच के लिए क्यों नहीं भेजा गया? ये सवाल उठाना जरूरी है। हम इस मामले को रफा-दफा नहीं होने देंगे। बीजेपी का पूरा संगठन आरोपी विधायक के साथ खड़ा है, जबकि हमें उस बेटी को न्याय दिलाने के लिए लड़ना होगा।”

क्या कहते है विधायक हंसराज
इन आरोपों के बीच, विधायक हंसराज ने अपनी सफाई में कहा, “मुझ पर लगाए गए आरोप पूरी तरह से झूठे और राजनीति से प्रेरित हैं। यह एक साजिश है, जिसका मकसद मेरी छवि को धूमिल करना है।”
युवती के पलटने के बाद विवाद में आया नया मोड़
इस मामले में एक नया मोड़ तब आया जब आरोप लगाने वाली युवती ने अपने बयान से पलटते हुए कहा कि उसने गलतफहमी और मानसिक तनाव के चलते यह शिकायत दर्ज करवाई थी। उसने सभी से अफवाहें न फैलाने की अपील करते हुए कहा कि विधायक के साथ उसके परिवार के संबंध अच्छे हैं और मीडिया द्वारा फैलाई जा रही खबरें गलत हैं।
उल्लेखनीय है कि यह मामला अब प्रदेश की राजनीति में एक गंभीर मुद्दा बन गया है। Himachal Mahila Congress का कहना है कि जनता की नजर अब इस बात पर टिकी है कि जांच के बाद क्या सच सामने आएगा। क्या न्याय की जीत होगी, या राजनीतिक दबाव के चलते सच्चाई दबा दी जाएगी?