डलहौज़ी हलचल (हिमाचल प्रदेश )– हिमाचल प्रदेश विधानसभा में हाल ही में राजनीतिक तनाव की लहर दौड़ गई है। बीजेपी विधायक दल ने विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी की है, जिससे राज्य की राजनीति में नया मोड़ आ सकता है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के नेतृत्व में, बीजेपी विधायकों ने विधानसभा सचिव यशपाल शर्मा को एक नोटिस सौंपा है, जिसमें विधानसभा अध्यक्ष पर पक्षपाती होने का आरोप लगाया गया है।
बीजेपी का आरोप और अविश्वास प्रस्ताव
बीजेपी विधायक दल का आरोप है कि विधानसभा अध्यक्ष विपक्ष की बातों को अनसुना कर रहे हैं और सदन में उन्हें अपनी बात रखने का उचित अवसर नहीं दिया जा रहा है। विशेष रूप से, शुक्रवार को हुए निंदा प्रस्ताव के दौरान विपक्ष को बोलने का मौका नहीं दिया गया, जिससे बीजेपी विधायकों में असंतोष बढ़ गया। इस स्थिति के चलते, बीजेपी विधायक दल ने सदन से वॉकआउट किया, और अब वे राज्यपाल से मिलने की योजना बना रहे हैं ताकि अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की जा सके।
विधानसभा में स्थिति और राजनीतिक संघर्ष
विधानसभा में यह घटनाक्रम विपक्ष और सत्तारूढ़ पार्टी के बीच तनाव को और बढ़ा रहा है। वर्तमान में कांग्रेस के 40 और बीजेपी के 28 विधायक हैं, जो इस राजनीतिक संघर्ष को और तीव्र बना रहे हैं। यह विवाद न केवल विधानसभा की कार्यवाही को प्रभावित कर रहा है, बल्कि राज्य के आर्थिक संकट के मुद्दे को भी छिपा रहा है।
आर्थिक संकट पर जयराम ठाकुर की चिंता
राज्य में चल रहे आर्थिक संकट को लेकर जयराम ठाकुर ने गंभीर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि राज्य की आर्थिक स्थिति की गंभीरता कर्मचारियों को वेतन और पेंशन नहीं मिलने जैसी समस्याओं से स्पष्ट होती है। यह आर्थिक संकट राज्य के वित्तीय स्वास्थ्य की गंभीरता को दर्शाता है।