डलहौजी हलचल (किश्तवाड़/ शिमला ): जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के नाचन विधानसभा क्षेत्र की छम्यार पंचायत के बरनोग गांव के रहने वाले भारतीय सेना के नायब सूबेदार राकेश कुमार ने सर्वोच्च बलिदान दिया। इस मुठभेड़ में तीन अन्य जवान भी घायल हुए हैं। सेना ने अपने इस वीर जवान की बहादुरी और बलिदान को सलाम किया है।
ऑपरेशन का प्रारंभ
यह ऑपरेशन आतंकवादियों द्वारा दो निर्दोष ग्रामीण सुरक्षा गार्ड, नज़ीर अहमद और कुलदीप कुमार, के अपहरण और हत्या के बाद शुरू किया गया। उनकी निर्मम हत्या के बाद, सुरक्षा बलों ने कुन्तवाड़ा और केशवान के जंगलों में आतंकियों की तलाश में व्यापक सर्च अभियान चलाया।
विशेष खुफिया जानकारी पर कार्रवाई
सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त टीम ने आतंकियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी पर किश्तवाड़ के भारत रिज क्षेत्र में अभियान छेड़ा। आतंकियों की इस टीम को रोकने के प्रयास में, मुठभेड़ के दौरान नायब सूबेदार राकेश कुमार ने अदम्य साहस का परिचय दिया और देश की रक्षा में शहीद हो गए।
मुख्यमंत्री व उप-मुख्यमंत्री ने नायब सूबेदार राकेश कुमार की शहादत पर शोक व्यक्त किया
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू व उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हुए मंडी जिले के नाचन विधानसभा क्षेत्र की छम्यार पंचायत के बरनोग गांव के रहने वाले नायब सूबेदार राकेश कुमार की शहादत पर शोक व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के लिए किए गए उनके सर्वोच्च बलिदान को कृतज्ञ राष्ट्र सदैव याद रखेगा। उन्होंने शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त की है। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शान्ति और शोक संतप्त परिजनों को इस अपूर्णीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की।
उप-मुख्यमंत्री ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि देश उनके अदम्य साहस और उनके अतुलनीय बलिदान को कभी नहीं भूला पाएगा। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शान्ति की प्रार्थना की।