डलहौज़ी हलचल : शिमला, हिमाचल प्रदेश – हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग (उच्च शिक्षा) द्वारा जारी हालिया आदेशों ने छात्रों, शिक्षकों और आम जनता पर भारी बोझ डाल दिया है। हाल ही में हिमाचल प्रदेश स्कूल स्पोर्ट्स एसोसिएशन की बैठक में एक प्रस्ताव पारित कर सरकार को भेजा गया, जिसमें वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों के खिलाड़ियों की डाइट मनी को 120 रुपये से बढ़ाकर 400 रुपये करने का सुझाव दिया गया।
पहले यह डाइट मनी 60 रुपये थी, जिसे 3-4 साल पहले ही 120 रुपये किया गया था। इस बढ़ी हुई राशि से खिलाड़ियों को बेहतर भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा था। हालांकि, विद्यालयों का फीस स्ट्रक्चर अब भी पुराना है, जिससे डाइट मनी का अतिरिक्त बोझ स्कूलों पर पड़ रहा है। इस वजह से कई विद्यालय खेल गतिविधियों में भाग नहीं ले पा रहे हैं। अगर फीस बढ़ाई जाती है तो प्रदेश की जनता पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।
अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, जिला सिरमौर के अध्यक्ष कपिल मोहन ठाकुर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इस प्रस्ताव का कड़ा विरोध किया है। उन्होंने शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर और मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू से आग्रह किया है कि इस प्रस्ताव पर पुनर्विचार किया जाए। उन्होंने कहा कि डाइट मनी या तो 120 रुपये ही रखी जाए या इसमें आंशिक रूप से ही बढ़ोतरी की जाए। अन्यथा, इससे प्रदेश की जनता और सरकारी विद्यालयों पर आर्थिक बोझ बढ़ेगा और कई खिलाड़ी खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने से वंचित रह जाएंगे।
प्रमुख बिंदु:
- डाइट मनी बढ़ोतरी का विरोध: कपिल मोहन ठाकुर ने डाइट मनी को 120 रुपये से 400 रुपये करने का विरोध किया है।
- आर्थिक बोझ: प्रस्तावित बढ़ोतरी से स्कूलों और जनता पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ेगा।
- खेल गतिविधियों पर प्रभाव: बढ़ी हुई डाइट मनी के कारण कई स्कूल खेल गतिविधियों में भाग नहीं ले पाएंगे।
- सरकार से अपील: शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री से डाइट मनी में आंशिक वृद्धि या यथावत रखने की अपील की गई है।