डलहौज़ी हलचल (चंबा) भूषण गुरंग : हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी काली माता भंडारा कमेटी द्वारा सील हिल के समीप काली माता मंदिर में रामनवमी के अवसर पर विशाल भंडारा और जागरण का आयोजन श्रद्धा और भक्ति भाव से किया गया।
कमेटी अध्यक्ष कैप्टन सागर गुरुंग ने बताया कि इस धार्मिक परंपरा की शुरुआत वर्ष 1998 में की गई थी, जिसे तब से अब तक लगातार चैत्र मास की रामनवमी को मनाया जा रहा है।
जागरण से हुई कार्यक्रम की शुरुआत
कार्यक्रम की शुरुआत अष्टमी की रात को भगवती जागरण से हुई।
जहां पहले स्थानीय महिलाओं द्वारा जागरण आयोजित किया जाता था, वहीं अब इसमें बाहरी जागरण मंडलियों को भी आमंत्रित किया जाता है।
इस बार भी स्थानीय महिलाओं की संगीतमय प्रस्तुति से जागरण का शुभारंभ हुआ, जिसके उपरांत नड़ीनाल से आई मास्टर कृष्ण एंड पार्टी ने भक्तिमय भजनों से रातभर श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
मां की ज्योति और कथा वाचन
रात 12:00 बजे मां काली की ज्योति प्रज्वलित की गई और रात 2:00 बजे के बाद माता तारा रानी की कथा सुनाई गई। प्रातः 5:00 बजे विधिवत आरती के बाद श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण किया गया। सुबह 8:00 बजे पंडित दामोदर एवं पंडित सुंदर की अगुवाई में हवन-पूजन संपन्न हुआ।मंदिर परिसर के चारों ओर ध्वजारोहण कर वातावरण को धार्मिक उल्लास से भर दिया गया।
महिला मंडल की भागीदारी
चिलामा पंचायत की शक्ति महिला मंडल की सदस्याओं ने भजन-कीर्तन में भाग लिया और प्रातः 11:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक भक्ति भाव से प्रस्तुतियां दीं। दोपहर 1:00 बजे से देर शाम तक आयोजित विशाल भंडारे में बकलोह और आसपास के गांवों से हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया और प्रसाद ग्रहण कर पुण्य अर्जित किया।
इस पूरे आयोजन ने न केवल धार्मिक आस्था को सुदृढ़ किया, बल्कि सामुदायिक समरसता और सांस्कृतिक परंपरा को भी सशक्त रूप से सामने लाया।