डलहौज़ी हलचल (शिमला) : आज, राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने राजभवन में एक समारोह के दौरान न्यायमूर्ति राजीव शकधर को हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के पद की शपथ दिलाई। समारोह की कार्यवाही का संचालन मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने किया और इस अवसर पर भारत के राष्ट्रपति द्वारा जारी नियुक्ति वारंट को पढ़ा गया।
इस समारोह में कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे, जिनमें लेडी गवर्नर जानकी शुक्ला, कृषि मंत्री चंद्र कुमार, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी, हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय और दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राजीव बिंदल, महाधिवक्ता अनूप कुमार रतन, पुलिस महानिदेशक डॉ. अतुल वर्मा, हिमाचल प्रदेश राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति पी.एस. राणा, और राज्य चुनाव आयुक्त अनिल खाची शामिल थे।
न्यायमूर्ति राजीव शकधर का परिचय
न्यायमूर्ति राजीव शकधर का जन्म 19 अक्टूबर, 1962 को हुआ था। उन्होंने अपनी शिक्षा में बी.कॉम. (ऑनर्स), चार्टर्ड अकाउंटेंसी (सी.ए.), और एल.एल.बी. शामिल की। 19 नवंबर, 1987 को अधिवक्ता के रूप में पंजीकरण के बाद, उन्होंने सिविल और कॉर्पोरेट मामलों में विशेषज्ञता प्राप्त की।
न्यायमूर्ति शकधर को 11 अप्रैल, 2008 को दिल्ली उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया और 17 अक्टूबर, 2011 को स्थायी न्यायाधीश के पद पर पदोन्नति दी गई। इसके बाद, उन्हें 11 अप्रैल, 2016 को मद्रास उच्च न्यायालय में स्थानांतरित किया गया, और फिर 15 जनवरी, 2018 को वह फिर से दिल्ली उच्च न्यायालय में लौट आए।
उनका अनुभव और विशेषज्ञता भारतीय न्यायपालिका के लिए महत्वपूर्ण रहे हैं, और अब उनके नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय महत्वपूर्ण मामलों की सुनवाई करेगा।