डलहौज़ी हलचल (शिमला) : न्यायमूर्ति राजीव शकधर बुधवार, 25 सितंबर को हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के पद की शपथ ग्रहण करेंगे। यह शपथ ग्रहण समारोह हिमाचल प्रदेश के राजभवन में सुबह 11:15 बजे आयोजित किया जाएगा, जहां राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल उन्हें शपथ दिलवाएंगे। हालांकि, न्यायमूर्ति शकधर का कार्यकाल संक्षिप्त होगा, क्योंकि वे 18 अक्टूबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। इसके बाद न्यायमूर्ति जीएस संधवालिया हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदभार ग्रहण करेंगे।
न्यायमूर्ति राजीव शकधर का शैक्षिक और पेशेवर जीवन
न्यायमूर्ति शकधर का जन्म 19 अक्टूबर, 1962 को हुआ। उन्होंने दिल्ली के सेंट कोलंबा स्कूल से प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की और 1984 में दिल्ली विश्वविद्यालय से बी.कॉम (ऑनर्स) की डिग्री ली। इसके बाद, 1987 में उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से एल.एल.बी. की डिग्री प्राप्त की। साथ ही, उन्होंने चार्टर्ड अकाउंटेंसी की पढ़ाई भी की और 1988 में इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया के सदस्य बने।
उनकी शिक्षा में 1994 में यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन से कानून के एडवांस कोर्स भी शामिल है, जिसके बाद उन्होंने सिविल मुकदमेबाजी, संवैधानिक कानून, वाणिज्यिक मुकदमेबाजी, और कराधान कानूनों में विशेष अनुभव प्राप्त किया।
न्यायिक करियर
- 19 नवंबर, 1987: अधिवक्ता के रूप में नामांकन।
- 13 मार्च, 1995: भारत सरकार के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय में वकील नियुक्त।
- 2005: वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नामित।
- 2008: दिल्ली उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश बने।
- 2016-2018: मद्रास उच्च न्यायालय और फिर दिल्ली उच्च न्यायालय में स्थानांतरित।
न्यायिक योगदान
न्यायमूर्ति शकधर का करियर कराधान, वाणिज्यिक कानून और संवैधानिक मामलों में उनके व्यापक अनुभव के लिए जाना जाता है। उन्होंने भारत सरकार और महत्वपूर्ण सरकारी संगठनों के लिए कई प्रमुख कानूनी मामलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
अब, हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में, न्यायमूर्ति शकधर का नेतृत्व अदालत की कार्यवाही और न्यायिक फैसलों में अहम रहेगा, हालांकि उनका कार्यकाल सीमित समय के लिए होगा।