डलहौज़ी हलचल (डलहौजी): महर्षि वाल्मीकि यूथ क्लब ने संविधान दिवस को गरिमामय और उत्साहपूर्ण तरीके से मनाते हुए न केवल संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर को श्रद्धांजलि दी, बल्कि समाज सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले स्थानीय नायकों को भी सम्मानित किया। कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. अंबेडकर के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनकी प्रेरणादायक जीवन गाथा को याद करने से हुई। क्लब के चेयरमैन दीपक गाचली ने संविधान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डॉ. अंबेडकर द्वारा रचित संविधान हर नागरिक के अधिकारों और कर्तव्यों का मार्गदर्शन करता है।
सम्मान समारोह बना आकर्षण का केंद्र
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण उन महान विभूतियों का सम्मान रहा, जिन्होंने समाज के विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य किए हैं। सम्मानित हस्तियों में उपमंडल अधिकारी अनिल भारद्वाज, थाना प्रभारी जगबीर सिंह, सिविल अस्पताल के एमडी डॉ. आशीष कटोच, रावमापा डलहौजी की उप प्रधानाचार्य अनुपमा आनंद, और तहसील कल्याण अधिकारी केसर सिंह शामिल थे। इन सभी को डॉ. अंबेडकर के चित्र और पारंपरिक टोपी देकर सम्मानित किया गया।
संविधान के प्रति जागरूकता का संदेश
क्लब के महासचिव चंदन बैंस ने संविधान दिवस की महत्ता पर चर्चा करते हुए कहा कि यह दिन हमें भारतीय लोकतंत्र की बुनियादी संरचना को समझने और उसके आदर्शों पर चलने की प्रेरणा देता है।
कार्यक्रम के दौरान क्लब के सामाजिक कार्यों की सराहना की गई। प्रधान कार्तिक बैंस ने बताया कि महर्षि वाल्मीकि यूथ क्लब समाज में जागरूकता और एकजुटता फैलाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। उनके प्रयासों ने न केवल स्थानीय युवाओं को प्रेरित किया है, बल्कि सामाजिक समरसता को भी मजबूत किया है।
एक प्रेरणादायक आयोजन
यह कार्यक्रम न केवल संविधान की महत्ता को उजागर करने का अवसर बना, बल्कि समाज के प्रति जिम्मेदारी निभाने वालों को प्रेरित करने का आदर्श मंच भी रहा। उपस्थित लोगों ने संविधान के मूल्यों को अपने जीवन में आत्मसात करने का संकल्प लिया।
संविधान दिवस की यह पहल आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा और मार्गदर्शन का प्रतीक बन गई।