डलहौज़ी हलचल (चंबा) : भगवान शिव की कृपा से हमें हर वर्ष पावन मणिमहेश यात्रा करने का सौभाग्य प्राप्त होता है। यह यात्रा केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक नहीं, बल्कि हिमालय की गोद में प्रकृति के दिव्य सौंदर्य का उत्सव भी है।
लेकिन हाल के वर्षों में मणिमहेश यात्रा मार्ग पर प्लास्टिक, बोतलें, रैपर और अन्य कचरा तेजी से बढ़ रहा है। इससे न केवल प्राकृतिक सौंदर्य को ठेस पहुँची है, बल्कि स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र और जीव-जंतुओं को भी खतरा उत्पन्न हुआ है।
महादेव स्वयं प्रकृति के रक्षक हैं। क्या हम उनके पवित्र धाम को प्रदूषित होते देख सकते हैं? यदि आप स्वयं को सच्चा शिवभक्त मानते हैं, तो आइए इस वर्ष एक विशेष भक्ति में भाग लें — मणिमहेश यात्रा मार्ग को स्वच्छ बनाने की सेवा।
स्वच्छता अभियान विवरण
तारीख: 15 जुलाई से 30 जुलाई 2025
स्थान: हड़सर से मणिमहेश झील तक
उद्देश्य: मणिमहेश यात्रा मार्ग को प्लास्टिक व अन्य कचरे से मुक्त करना
कैसे बनें सहभागी?
1. व्यक्तिगत रूप से भाग लेने के लिए यह फॉर्म भरें:
स्वयंसेवक फॉर्म (व्यक्तिगत)
2. समूह या संस्था के रूप में भाग लेने के लिए यह फॉर्म भरें:
संस्थागत सहभागिता फॉर्म
भक्ति और सेवा का संगम: स्वच्छ मणिमहेश, स्वच्छ आस्था
यह अभियान केवल सफाई नहीं, बल्कि शिव भक्ति की सच्ची अभिव्यक्ति है। आप स्वयं, अपने परिवार, दोस्तों या संस्था के साथ इसमें भाग ले सकते हैं। आइए, हम आने वाली पीढ़ियों के लिए मणिमहेश को सुंदर और स्वच्छ बनाए रखें।