डलहौज़ी हलचल (डलहौज़ी) : शिव लंगर सेवा समिति, डलहौज़ी द्वारा मणिमहेश पवित्र स्नान के उपलक्ष्य में हर वर्ष की तरह इस बार भी 5वां विशाल लंगर 1 सितम्बर से बनीखेत लाहड़ में लगाया जा रहा है। यह लंगर भगवान शिव की भक्ति और सेवा की भावना को समर्पित है, जिसका उद्देश्य श्रद्धालुओं को नि:शुल्क भोजन प्रदान करना और समाज में एकता और भाईचारे को बढ़ावा देना है।
भगवान शिव की आराधना और सेवा का प्रतीक
जानकारी देते हुए डलहौज़ी नगर परिषद के उपाध्यक्ष संजीव पठानिया ने बताया कि इस लंगर का आयोजन भगवान शिव की आराधना और सेवा के लिए किया जाता है। शिव लंगर सेवा समिति के सदस्य इस आयोजन के माध्यम से अपनी भक्ति को प्रकट करते हैं और दूसरों के लिए सेवा करने का अवसर प्राप्त करते हैं। यह लंगर समाज में एकता और सहयोग की भावना को बढ़ावा देता है और हर वर्ग के लोगों को एक साथ मिलकर भोजन ग्रहण करने का अवसर प्रदान करता है।
लंगर में परोसे जाने वाला भोजन
उन्होंने बताया कि शिव लंगर सेवा समिति के शिव भक्तों द्वारा लगाए जाने वाले इस लंगर में सत्विक और शाकाहारी भोजन परोसा जाता है, जिसमें दाल, चावल, रोटी, सब्जियां, और मिठाइयां शामिल होती हैं। इस पवित्र आयोजन का मुख्य उद्देश्य यह है कि कोई भी श्रद्धालु भूखा न रहे और सभी लोग भगवान शिव की भक्ति में शामिल होकर प्रसाद ग्रहण करें।
लंगर की पुरानी परंपरा और इसका महत्व
उल्लेखनीय है कि शिव भक्तों द्वारा लंगर लगाने की परंपरा सदियों पुरानी है। यह परंपरा न केवल समाज को नि:शुल्क भोजन प्रदान करती है, बल्कि समाज में एकता, प्रेम, और भाईचारे की भावना को भी बढ़ावा देती है। इस प्रकार के आयोजन से समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और लोगों के बीच प्रेम और सहयोग की भावना मजबूत होती है।