डलहौज़ी हलचल (शिमला): हिमाचल प्रदेश सरकार ने बुजुर्ग नागरिकों की स्वास्थ्य सुविधाओं को सुलभ बनाने के लिए एक नई और अनूठी पहल शुरू की है। अब 70 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों को घर-द्वार पर ही स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। मोबाइल एंबुलेंस सेवा के तहत डॉक्टर, फार्मासिस्ट, और नर्स की टीम बुजुर्गों के घर जाकर उपचार और चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करेगी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने स्वास्थ्य विभाग को इस योजना को जल्द लागू करने के निर्देश दिए हैं।
मोबाइल एंबुलेंस की विशेषताएं
संपूर्ण चिकित्सा उपकरण से सुसज्जित:
- एंबुलेंस में आवश्यक दवाइयां, ऑक्सीजन सिलिंडर, और अन्य चिकित्सा उपकरण मौजूद रहेंगे।
मौके पर उपचार:
- मरीज को प्राथमिक उपचार उनके घर पर ही दिया जाएगा। यदि डॉक्टर को लगे कि मरीज को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत है, तो उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया जाएगा।
घर पर ही जांच की सुविधा:
- मरीजों के स्वास्थ्य की जांच उनके घर पर ही की जाएगी। रिपोर्ट ऑनलाइन उनके परिजनों के मोबाइल पर उपलब्ध कराई जाएगी।
निशुल्क उपचार और दवाइयां
इस योजना के तहत बुजुर्गों को उपचार और दवाइयां निशुल्क उपलब्ध कराई जाएंगी। हालांकि, यह सुविधा उन्हीं क्षेत्रों में उपलब्ध होगी जहां सड़क संपर्क मौजूद है।
मुख्यमंत्री के निर्देश
मुख्यमंत्री सुक्खू ने इस योजना को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने बताया कि यह योजना निकटतम अस्पतालों से संचालित की जाएगी, और जरूरतमंदों तक तुरंत सहायता पहुंचाई जाएगी।
उद्देश्य
इस पहल का मुख्य उद्देश्य बुजुर्ग नागरिकों को उनके घर-द्वार पर स्वास्थ्य सेवाएं देकर उनकी सुविधा सुनिश्चित करना और चिकित्सा सेवाओं तक उनकी पहुंच को सरल बनाना है।
बुजुर्गों के लिए वरदान साबित होगी योजना
हिमाचल प्रदेश की यह नई योजना, विशेष रूप से ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले बुजुर्गों के लिए वरदान साबित हो सकती है। सरकार का यह कदम प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार और बुजुर्गों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।