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चंबा में मनाया गया राष्ट्रीय बालिका दिवस, RSETI ने लड़कियों के भविष्य पर साझा किए महत्वपूर्ण विचार

Dalhousie Hulchul

डलहौज़ी हलचल (चंबा) : भारतीय स्टेट बैंक द्वारा संचालित ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (RSETI) बालु चंबा के सौजन्य से 24 जनवरी 2025 को चंबा के महिला बालिका आश्रम में राष्ट्रीय बालिका दिवस बड़े धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर RSETI के निदेशक मनीष कुमार रजक, महिला बालिका आश्रम चंबा की इंचार्ज श्रीमती संगीता बक्शी, केस वर्कर सुमित्रा बरोत्रा, आरती वर्मा, रीतू शर्मा सहित अन्य लोग उपस्थित थे। बालिका आश्रम चंबा की 35 से 40 बालिकाओं ने इस कार्यक्रम में उत्साहपूर्वक भाग लिया।

“RSETI निदेशक मनीष कुमार रजक ने किया ‘भविष्य के लिए लड़कियों का दृष्टिकोण’ पर विचार साझा”

RSETI के निदेशक मनीष कुमार रजक ने राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर अपने विचार साझा करते हुए कहा कि लड़कियों के सशक्तिकरण और उनके उज्जवल भविष्य के लिए समाज की जागरूकता बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने लड़कियों के लिए बैंक की विभिन्न योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना, मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना, और अटल पेंशन योजना के बारे में विस्तार से बताया।

राष्ट्रीय बालिका दिवस

“RSETI द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी, प्रशिक्षण कार्यक्रमों की चर्चा”

कार्यक्रम में RSETI द्वारा चलाई जा रही विभिन्न प्रशिक्षण योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी गई, जो लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाने में मददगार साबित हो सकती हैं। भारतीय स्टेट बैंक के द्वारा संचालित इन योजनाओं से बालिकाओं को स्वरोजगार के अवसर मिल सकते हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो सकेगी।

राष्ट्रीय बालिका दिवस

“वित्तीय साक्षरता और समावेशन पर ध्यान, नोटों की पहचान पर दी गई जानकारी”

इसके अलावा, भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा चलाई जा रही वित्तीय साक्षरता और वित्तीय समावेशन कार्यक्रम के तहत, उपस्थित लोगों को नोटों के असली और नकली होने की पहचान करने के बारे में भी जानकारी दी गई। यह जानकारी भविष्य में वित्तीय धोखाधड़ी से बचाव में सहायक होगी।

“बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए RSETI का पहल, राष्ट्रीय बालिका दिवस पर जागरूकता अभियान”

इस कार्यक्रम ने बालिकाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया, साथ ही उन्हें आत्मनिर्भर बनने के लिए जरूरी जानकारी प्रदान की गई। यह पहल लड़कियों के बेहतर भविष्य की ओर एक सकारात्मक कदम साबित हुआ।

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