डलहौज़ी हलचल (चंबा) भूषण गुरंग : राष्ट्रीय शिक्षक दिवस के अवसर पर, देश भर में विभिन्न स्कूलों में कार्यक्रम आयोजित किए गए, जहां शिक्षकों के योगदान को सम्मानित किया गया। इस खास मौके पर दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय शिक्षक दिवस 2024 समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा देश के उत्कृष्ट शिक्षकों को सम्मानित किया गया। इस सम्मानित शिक्षकों की सूची में जिला के सुनील कुमार का नाम भी शामिल रहा, जिन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार से नवाजा गया।
सुनील कुमार की उपलब्धियां और योगदान
सुनील कुमार, जो राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खरगट सिहुंता में केमिस्ट्री के लेक्चरर के रूप में कार्यरत हैं, पिछले कई वर्षों से शिक्षा के क्षेत्र में अपने अमूल्य योगदान के लिए जाने जाते हैं। उनकी निष्ठा और समर्पण को देखते हुए उन्हें इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए चुना गया। सुनील कुमार ने शिक्षा के प्रति अपने समर्पण से न केवल विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया, बल्कि उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कई पुरस्कार जिताए।
आधुनिक तकनीक और नवाचार
सुनील कुमार का चयन राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2024 के लिए उनके द्वारा शिक्षा में आईसीटी (ICT) जैसी आधुनिक तकनीक के उपयोग के कारण हुआ। उन्होंने बच्चों की एनरोलमेंट बढ़ाने, शिक्षा से वंचित बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित करने, सोशल ऑडिट, और स्टाफ ट्रेनिंग जैसे कार्यों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
सम्मान पर गर्व और खुशी
सुनील कुमार को यह सम्मान मिलने से जिला चंबा में खुशी की लहर दौड़ गई है। उनके परिवार और समुदाय के लोग उन्हें दिन भर बधाई देने पहुंचते रहे। इस सम्मान ने न केवल सुनील कुमार बल्कि पूरे चंबा जिले के शिक्षकों को गर्व का अनुभव कराया है।
सुनील कुमार का यह सम्मान न केवल उनके व्यक्तिगत प्रयासों की पहचान है, बल्कि यह उनके जैसे शिक्षकों के समर्पण और निष्ठा का भी प्रतीक है, जो शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार और परिवर्तन लाने में अग्रणी भूमिका निभाते हैं। उनके इस योगदान को देखते हुए उन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया जाना, पूरे शिक्षक समुदाय के लिए प्रेरणादायक है।