डलहौज़ी हलचल (चंबा): राष्ट्रीय पर्यटन दिवस के अवसर पर चंबा जिला के चमीणू में स्थित एचटूओ आनंदम में नाट ऑन मैप संस्था द्वारा विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य पर्यटन के महत्व को समझाना और सामुदायिक आधारित जिम्मेदार पर्यटन को बढ़ावा देना था। इस अवसर पर चमीणू युवा पर्यटक समूह और महिलाओं द्वारा मनमोहक प्रस्तुतियां दी गईं, जिन्होंने सभी का दिल जीत लिया।
मुख्यातिथि का संदेश
जिला पर्यटन अधिकारी चंबा राजीव मिश्रा ने कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की। उन्होंने बताया कि 25 जनवरी को हर साल भारत में राष्ट्रीय पर्यटन दिवस मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य देश की समृद्ध सांस्कृतिक, प्राकृतिक और ऐतिहासिक धरोहरों के प्रति जागरूकता बढ़ाना है।
राजीव मिश्रा ने कहा कि भारत, जिसे ‘अतुल्य भारत’ के नाम से जाना जाता है, विविधता और सौंदर्य का एक अद्भुत संगम है। इस दिन के माध्यम से पर्यटकों को भारत की अनूठी संस्कृति, परंपराओं और प्राकृतिक संसाधनों का अनुभव करने के लिए प्रेरित किया जाता है।

संस्था के सह-संस्थापक का विचार
नाट ऑन मैप संस्था के सह-संस्थापक मनुज शर्मा ने पर्यटन के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा:
- पर्यटन की भूमिका: यह न केवल देश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करता है, बल्कि स्थानीय समुदायों की सांस्कृतिक पहचान को भी सशक्त बनाता है।
- जिम्मेदार पर्यटन: पर्यावरण संरक्षण, स्थानीय संस्कृति का सम्मान और प्लास्टिक के उपयोग को कम करना जिम्मेदार पर्यटन के मुख्य पहलू हैं।
- संस्कृतियों का संगम: भारत की विविधता, स्थानीय व्यंजनों, त्योहारों और हस्तशिल्प के माध्यम से दुनिया को प्रभावित करती है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय पर्यटन दिवस हमें सतत और जिम्मेदार पर्यटन को बढ़ावा देने का अवसर प्रदान करता है, ताकि आने वाली पीढ़ियां भी इन स्थलों का आनंद उठा सकें।
समारोह के मुख्य आकर्षण
कार्यक्रम में स्थानीय समुदाय के सदस्य, पर्यटक समूह और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए। उपस्थित लोगों को पर्यटन के महत्व, स्थानीय धरोहरों के संरक्षण और सतत विकास की दिशा में जागरूक किया गया।
उपस्थित प्रमुख व्यक्ति
इस अवसर पर जिला पर्यटन विकास अधिकारी राजीव मिश्रा, पवन वैद, लोकेंद्र बरोत्रा, मोहम्मद रफी, मनुज शर्मा, रेणु शर्मा, विकास, मीरा बीबी, सुमन, ज्योति, मनोज, मगनदीप, और काजल सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।