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हिमाचल प्रदेश में कुदरत का कहर: 50 से अधिक लोग लापता, राहत और बचाव कार्य जारी

Dalhousie Hulchul
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डलहौज़ी हलचल (शिमला) 1 अगस्त – हिमाचल प्रदेश में प्रकृति का विकराल रूप देखने को मिला है, जहां कुल्लू, मंडी और शिमला में बादल फटने की तीन घटनाएं सामने आई हैं। इस आपदा में 52 लोग लापता हो गए हैं और 3 लोगों की मृत्यु हो गई है। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं और राहत बचाव कार्य तेजी से चल रहा है।

हिमाचल प्रदेश में कुदरत का कहर

मुख्यमंत्री की आपातकालीन बैठक

बादल फटने की घटनाओं के बाद, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सचिवालय में एक आपातकालीन बैठक बुलाई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने हिमाचल प्रदेश को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।

एनडीआरएफ की तैनाती

एनडीआरएफ के डीआईजी मोहसिन शाहेदी ने बताया कि फिलहाल एनडीआरएफ की 14 टीमें हिमाचल प्रदेश में तैनात हैं। कुल्लू, मंडी और शिमला में कुल 6 घटनाएं हुई हैं, जिनमें से 3 बादल फटने और 1 अचानक बाढ़ की घटना शामिल है। इन घटनाओं में कुल 3 लोगों की मृत्यु हो गई है और 52 लोग अभी भी लापता हैं। शिमला के डीसी और एसपी भी मौके पर पहुंच गए हैं।

इन नंबरों पर किसी भी इमरजेंसी के लिए कॉल करें।

खराब मौसम ने रोकी मुख्यमंत्री की यात्रा

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भी प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के लिए रवाना हुए थे, लेकिन खराब मौसम के चलते उनका हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर सका। इस कारण वे अन्नाडेल से सचिवालय लौट गए।

हिमाचल प्रदेश में कुदरत का कहर

राहत और बचाव कार्य जोरों पर

प्रशासन और राहत टीमों की ओर से राहत और बचाव कार्य जोरों पर है और लापता लोगों की खोज जारी है। केंद्र और राज्य सरकार मिलकर इस विपदा से निपटने के प्रयास कर रही हैं और प्रभावित लोगों की हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया गया है।

विडियो में देखे क्या कहते है मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू

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