डलहौज़ी हलचल (चंबा) : आपदा जोखिम न्यूनीकरण और प्रबंधन योजना के तहत, 14वीं वाहिनी राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) द्वारा 16 जुलाई से 22 जुलाई 2024 तक एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य चम्बा जिले के विभिन्न इलाकों से आए आपदा मित्रों को आपदा प्रबंधन और राहत कार्यों में कुशल बनाना है।
कार्यक्रम का नेतृत्व श्री बलजिंदर सिंह ‘सेनानी’ के दिशा-निर्देशन में किया जा रहा है, और निरीक्षक सुशील वर्मा की अनुभवी टीम द्वारा इसका संचालन किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में उप निरीक्षक अमित कुमार और सहायक प्रशिक्षक सिपाही/जी0डी0 उग्रसेन कुमार, विनोद कुमार, दीपक कुमार और पुष्कर राम ने विभिन्न प्रकार की जानकारियां और बचाव के तरीके सिखाए।
प्रशिक्षण के महत्वपूर्ण बिंदु
आज के प्रशिक्षण के दौरान, निम्नलिखित महत्वपूर्ण विषयों पर जानकारी और प्रशिक्षण प्रदान किया गया:
- बेसिक लाइफ सपोर्ट (BLS): जीवन रक्षक तकनीकों का प्रशिक्षण, जिसमें हृदय गति रुकने पर त्वरित प्रतिक्रिया देने के तरीके शामिल हैं।
- सीपीआर (Cardiopulmonary Resuscitation): हृदय और फेफड़ों को पुनर्जीवित करने की तकनीक।
- विदेशी वस्तु वायुमार्ग अवरोधन (Foreign Body Airway Obstruction): गले में फंसी वस्तु को निकालने के तरीके।
- मस्कुलोस्केलेटल चोटें और स्प्लिंटिंग (Musculoskeletal Injuries and Splinting): हड्डियों और मांसपेशियों की चोटों का उपचार और स्प्लिंटिंग के तरीके।
- रक्त नियंत्रण (Blood Control): आपात स्थिति में रक्तस्राव को रोकने के उपाय।
प्रशिक्षण के महत्व
इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम स्थानीय समुदाय को आपदाओं से निपटने के लिए तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आपदा मित्रों को प्रशिक्षित कर, उन्हें आपातकालीन स्थितियों में त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया देने के लिए सक्षम बनाया जाता है। यह प्रशिक्षण न केवल जीवन रक्षक तकनीकों को सिखाता है, बल्कि समुदाय में जागरूकता और तैयारियों को भी बढ़ावा देता है।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से चम्बा जिले के आपदा मित्रों की क्षमता में वृद्धि होगी, जिससे वे आपदा प्रबंधन और राहत कार्यों में अधिक प्रभावी तरीके से योगदान दे सकेंगे।