डलहौज़ी हलचल : शिमला, 11 जुलाई 2024 – शिमला शहर में आपदा प्रबंधन को और अधिक सशक्त बनाने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और गृह रक्षक के सदस्यों की एक संयुक्त टास्क फोर्स का गठन किया गया है। यह टास्क फोर्स आगामी तीन महीने तक कार्यरत रहेगी और इसे अत्याधुनिक उपकरणों से लैस किया गया है।
जिलाधीश अनुपम कश्यप और पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी की अध्यक्षता में आयोजित एक विशेष संवाद कार्यक्रम में इस टास्क फोर्स की घोषणा की गई। उपायुक्त अनुपम कश्यप ने बताया कि इस टास्क फोर्स का उद्देश्य आपदा के समय राहत कार्यों को तेजी से और प्रभावी ढंग से पूरा करना है। उन्होंने कहा कि आपदा के समय स्थल की पूर्ण जानकारी एकत्रित करने और त्वरित प्रतिक्रिया देने पर जोर दिया जाएगा।

तीन महीने के लिए गठित टास्क फोर्स
यह संयुक्त टास्क फोर्स शिमला शहर के लिए तीन महीने तक कार्य करेगी। इस फोर्स में एनडीआरएफ के 35 और गृह रक्षक के 9 सदस्य शामिल हैं। इन सदस्यों के पास अत्याधुनिक उपकरण और तकनीक उपलब्ध होगी, जिससे आपदा के समय राहत कार्यों को आसानी से अंजाम दिया जा सकेगा। उपायुक्त कश्यप ने कहा कि जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधीन हर उपमंडल स्तर पर इस फोर्स का संचालन किया जाएगा।
टीम वर्क और प्रशिक्षण पर जोर
पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी ने कहा कि आपदा प्रबंधन में टीम वर्क का महत्व अत्यधिक है। उन्होंने बताया कि टास्क फोर्स के सदस्यों को उनके कार्यों का बंटवारा किया जाएगा ताकि राहत कार्यों में किसी प्रकार की दिक्कत न हो। इसके साथ ही, उन्होंने बताया कि हर वर्ष बदलते आपदा प्रारूप और विकास कार्यों के चलते नई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।

आम नागरिकों की अहम भूमिका
उपायुक्त कश्यप ने आम नागरिकों से आपदा के समय प्रशासन की मदद करने और राहत कार्यों में सहयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि आपदा की सूचना तुरंत जिला प्रशासन को दी जानी चाहिए।
इस कार्यक्रम में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी (प्रोटोकाॅल) ज्योति राणा, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी (कानून एवं व्यवस्था) अजीत भारद्वाज, नविता शर्मा कमांडेंट गृह रक्षक सहित टास्क फोर्स के अन्य सदस्य भी मौजूद थे।
शिमला शहर में यह नई पहल आपदा प्रबंधन को और भी सशक्त बनाएगी और राहत कार्यों में तेजी लाएगी।