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हिमाचल प्रदेश के निषाद कुमार ने पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारत को दिलाया रजत पदक

Dalhousie Hulchul
निषाद कुमार
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डलहौज़ी हलचल (ऊना ) : हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना के निषाद कुमार ने पेरिस में चल रही पैरालंपिक 2024 (Paralympics 2024) में अपने शानदार प्रदर्शन से प्रदेश और देश का नाम रोशन किया है। निषाद ने पुरुषों की ऊंची कूद स्पर्धा में 2.04 मीटर की छलांग लगाकर रजत पदक (Silver Medal) जीता। यह उपलब्धि पेरालंपिक इतिहास (Paralympic History) में उनकी दूसरी ऊंची कूद श्रेणी में और भारत का सातवां पदक है।

पेरिस पैरालंपिक में उल्लेखनीय प्रदर्शन

निषाद कुमार (Nishad Kumar) ने 2.04 मीटर की छलांग के साथ दूसरे स्थान पर रहते हुए सिल्वर मेडल हासिल किया। प्रतियोगिता के दौरान, भारतीय एथलीट राम पाल ने अपने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 1.95 मीटर की बराबरी करते हुए सातवां स्थान प्राप्त किया। संयुक्त राज्य अमेरिका के रॉडरिक टाउनसेंड-रॉबर्ट्स ने 2.08 मीटर की छलांग के साथ गोल्ड मेडल (Gold Medal) जीता।

भारत की कुल पदक संख्या

भारत ने पेरिस पैरालंपिक 2024 में अब तक 1 गोल्ड, 2 सिल्वर और 4 ब्रॉन्ज मेडल सहित कुल 7 मेडल जीते हैं। निषाद कुमार का यह पदक भारत के लिए बड़ी उपलब्धि है, और उनके प्रदर्शन ने भारतीय पैरालंपिक टीम को गौरवान्वित किया है।

प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की बधाई

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निषाद कुमार को उनकी सफलता पर बधाई दी। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “निषाद कुमार को पुरुषों की ऊंची कूद T47 स्पर्धा में रजत पदक जीतने के लिए बधाई। उनकी मेहनत और लगन ने साबित कर दिया कि सब कुछ संभव है। भारत गर्वित है।

मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू (CM Sukhwinder Singh Sukhu) ने भी निषाद को बधाई दी। उन्होंने कहा, “निषाद कुमार की ऐतिहासिक और अद्वितीय उपलब्धि पर समस्त देवभूमि परिवार की ओर से उन्हें हार्दिक बधाई एवं उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं।”

परिवार में खुशी का माहौल

निषाद की इस उपलब्धि से उनके परिवार में खुशी का माहौल है। उनके माता-पिता ने उनके प्रयासों की सराहना की और कहा कि निषाद की यह उपलब्धि गोल्ड मेडल के बराबर है। उनकी बहन ने भी कहा कि निषाद के स्वागत में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी। भारत लौटने पर वह खेल मंत्री से मुलाकात करेंगे और फिर चंडीगढ़ या मैहतपुर से धूमधाम के साथ घर लाए जाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि निषाद कुमार ने गोल्ड मेडल के लिए पूरी तैयारी की थी, लेकिन इंजरी और डेंगू के बावजूद उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया।

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