डलहौज़ी हलचल (चंबा): शहरी विकास विभाग और GIZ India के संयुक्त तत्वावधान में स्वच्छ शहर – समृद्ध शहर अभियान के अंतर्गत एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में डलहौजी, चंबा नगर परिषदों और चुवाड़ी नगर पंचायत के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ और उद्देश्य
कार्यक्रम का शुभारंभ नगर परिषद डलहौजी की कार्यकारी अधिकारी राखी कौशल ने दीप प्रज्वलित कर किया। इसका मुख्य उद्देश्य ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के वैज्ञानिक तरीकों को बढ़ावा देना और कचरे को संसाधन के रूप में उपयोग करने के तरीकों पर जागरूकता फैलाना था। प्रशिक्षण सत्र के दौरान कचरा सेग्रीगेशन (स्रोत पर कचरे को अलग करना) और सूखे एवं गीले कचरे के कुशल प्रसंस्करण पर विशेष जोर दिया गया।
IEC (सूचना, शिक्षा और संचार) पर जोर
कार्यक्रम में IEC (Information, Education, and Communication) के तहत नागरिकों और स्वच्छता कर्मियों को सही जानकारी देने एवं उनके व्यवहार में सकारात्मक बदलाव लाने के उपायों पर भी चर्चा की गई। इसके तहत प्रभावी जागरूकता अभियानों और IEC टूल्स के उपयोग पर प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया गया।
विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण सत्र
प्रशिक्षण सत्र का नेतृत्व GIZ India के क्लाइमेट चेंज सलाहकार डॉ. हरकंचन सिंह, सिद्धांत मल्होत्रा और मोहम्मद इदरीस ने किया। उन्होंने ठोस अपशिष्ट प्रबंधन की नवीनतम वैज्ञानिक तकनीकों, उसके पर्यावरणीय और आर्थिक लाभों, और स्थानीय स्तर पर प्रभावी कार्यान्वयन के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
स्थायी कचरा प्रबंधन की दिशा में अहम कदम
यह पहल हिमाचल प्रदेश के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्थायी कचरा प्रबंधन प्रणाली को बढ़ावा देने और स्वच्छता स्तर में सुधार लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर नगर परिषद डलहौजी के कनिष्ठ अभियंता संजीव शर्मा, नगर पार्षद अजय चौहान, रेनू बाला और ज्योति कोड़ा सहित बड़ी संख्या में कर्मचारी एवं अन्य प्रतिनिधि उपस्थित रहे।