डलहौज़ी हलचल (डलहौज़ी) : प्रदेश होमगार्ड कल्याण संघ के अध्यक्ष जोगिन्द्र सिंह चौहड़िया ने प्रदेश सरकार से छह दिसम्बर को होम गार्ड स्थापना दिवस के अवसर पर होमगार्ड जवानों के लिए स्थायी नीति बनाने की गुहार लगाई है ।
डलहौजी में आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि विभाग में कई वर्षो तक सेवाएं देने के बाद होमगार्ड खाली हाथ सेवानिवृत्त कर दिए जाते हैं। इससे उन्हें बुढ़ापे में पाई-पाई के लिए तरसना पड़ता है। उन्होंने सरकार से गृहरक्षकों के लिए स्थायी नीति निर्धारण की मांग की है ताकि उनका भविष्य भी सुरक्षित हो सके।
स्थाई निति न होने कारण वर्तमान में करीब छह सौ होमगार्ड जवान घर पर है वहीं स्थाई निति के अभाव में सरकार द्वारा अन्य विभागीय कर्मचारियों की तर्ज दी जाने वाली सुविधाओं से होमगार्ड जवान अभी तक पूरी तरह वंचित है ।चौहड़िया ने कहा कि विगत सरकारों से भी कई मर्तबा होमगार्ड जवानों के लिए ठोस नीति बनाने व होमगार्ड जवानों के नियमित रोजगार देने की मांग उठाई परंतु होमगार्ड जवानों के हित के संबंध में किसी भी सरकार ने विचार नहीं किया। साथ लगते राज्य उत्तराखंड में होमगार्ड जवानों को सेवानिवृति पर दो लाख की राशि दी जाती है लेकिन यहाँ ऐसा कोई प्रावधान नहीं है साथ लगते अन्य राज्यों में होमगार्ड जवानों को औद्योगिक क्षेत्रों में तैनाती की जा रही है लेकिन यहाँ अभी तक औद्योगिक क्षेत्रों में तैनाती नहीं दी जा रही।
उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार द्वारा अपने चुनावी एजेंडे में साल भर का रोजगार देने की बात की गई है साथ में ही मुख्यमंत्री उपमुख्यमंत्री व मंत्रियों द्वारा होमगार्ड जवानों को साल भर रोजगार देने की बात की गई है यहां तक पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह द्वारा भी सरकारी अर्ध सरकारी संस्थाओं व औद्योगिक क्षेत्र में तैनाती बारे नियमों में बदलाव करके प्रावधान भी किया गया था इसलिए राज्य सरकार से निवेदन है कि इस स्थापना दिवस पर साल भर रोजगार देने इपीएफ व 58 साल के बाद जो रिटायर्ड किए जाते हैं और 2 साल रिजर्व रखा जाता है । उस स्थान पर प्रदेश के होमगार्ड जवानों को 60 साल के बाद रिटायरमेंट करने पर विचार करें जिसकी घोषणा की उम्मीद पूरे प्रदेश की होमगार्ड जवानों ने माननीय मुख्यमंत्री महोदय से इस स्थापना दिवस पर लगाई हुई है।