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ओडिसी शास्त्रीय नृत्य की अनुपम प्रस्तुति से गूंजा पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय बकलोह

Dalhousie Hulchul
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डलहौज़ी हलचल (बकलोह) 23 अप्रैल 2025: पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय बकलोह में बुधवार को ‘रूट टू रूट’ कार्यक्रम के तहत एक विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें ओडिसी शास्त्रीय नृत्य की मोहक प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। यह आयोजन भारत सरकार के सांस्कृतिक मंत्रालय की पहल का हिस्सा था, जिसका उद्देश्य छात्रों को भारतीय संस्कृति, कलाओं और परंपराओं से परिचित कराना है।

ओडिसी नृत्य की जीवंत प्रस्तुति ने दर्शकों को मोहित किया

इस अवसर पर प्रसिद्ध ओडिसी नृत्यांगना दीनबंधु दलाई ने मंच पर ओडिसी नृत्य की जीवंत प्रस्तुति देकर समस्त वातावरण को सांस्कृतिक रंगों से भर दिया। उन्होंने विद्यार्थियों को इस शास्त्रीय नृत्य शैली के ऐतिहासिक पक्ष, त्रिभंगी मुद्रा, हस्तमुद्राएँ, नयनाभिनय, और पद संचालन जैसी विशिष्टताओं से अवगत कराया। नृत्य के दौरान उनके सजीव भाव-भंगिमाओं और नयन-व्यवहार ने दर्शकों को शास्त्रीय नृत्य की सूक्ष्मताओं से रूबरू कराया।

शास्त्रीय कला से जुड़ाव को मिली नई उड़ान

कार्यक्रम की शुरुआत ओडिसी नृत्य के इतिहास और मूलभूत संरचना को समझाने के साथ हुई। छात्रों को बताया गया कि यह नृत्य प्राचीन काल से ओडिशा के मंदिरों में देवी-देवताओं की स्तुति के रूप में प्रचलित रहा है और आज यह भारतीय सांस्कृतिक धरोहर का अमूल्य हिस्सा बन चुका है।

प्राचार्य ने दी प्रेरक सीख, कलाकारों का हुआ सम्मान

विद्यालय के प्राचार्य अनिल कुमार ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि, “इस तरह की प्रस्तुतियाँ विद्यार्थियों में भारतीय संस्कृति के प्रति सम्मान और गर्व की भावना को प्रोत्साहित करती हैं। यह कला से केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि आत्मिक जुड़ाव का माध्यम भी है।” उन्होंने कार्यक्रम में शामिल कलाकार दीनबंधु दलाई और मोहित कुमार का स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया।

छात्रों की भागीदारी ने बढ़ाया कार्यक्रम का आकर्षण

कार्यक्रम के अंत में विद्यार्थियों ने शास्त्रीय नृत्य से संबंधित प्रश्न पूछे और मंच पर स्वयं भी भाव-भंगिमाओं की प्रस्तुतियाँ देकर अपने सीखने के अनुभव को साझा किया। यह सहभागिता कार्यक्रम को और भी संवादात्मक और जीवंत बना गई।

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