डलहौज़ी हलचल (चंबा): जिला परिषद अध्यक्ष डॉ. नीलम कुमारी की अध्यक्षता में आज जिला बचत भवन के सभागार में जिला परिषद की त्रैमासिक बैठक आयोजित हुई। बैठक में विभिन्न विभागों से संबंधित 79 नए और पुराने मदों पर विस्तृत चर्चा की गई।
पर्यटन विकास पर विशेष चर्चा
बैठक में चंबा को पर्यटन हब के रूप में विकसित करने और अनछुए पर्यटन स्थलों को पहचान कर उन्हें मूलभूत सुविधाओं से लैस करने पर विशेष जोर दिया गया। जिला परिषद सदस्यों ने सुझाव दिया कि इन स्थलों पर पर्यटकों के लिए बेहतर सड़कों, स्वच्छ पेयजल, स्वास्थ्य सेवाओं और अन्य आवश्यक सुविधाओं का विकास किया जाए, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिले।
स्वास्थ्य, शिक्षा और बुनियादी ढांचे के मुद्दे
बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं, स्वच्छ पेयजल आपूर्ति, सड़कों की स्थिति और शिक्षा से जुड़े विषयों पर भी गहन चर्चा हुई। जिला परिषद अध्यक्ष ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे इन मुद्दों को प्राथमिकता देते हुए तय समय सीमा के भीतर समाधान करें।

अनुपस्थित अधिकारियों पर नाराजगी
बैठक में कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा में बाधा के लिए अनुपस्थित अधिकारियों पर नाराजगी जताई गई। डॉ. नीलम कुमारी ने कहा कि संबंधित अधिकारियों के साथ अलग से बैठक आयोजित की जाएगी, ताकि जनहित के मुद्दों पर विचार-विमर्श हो सके। उन्होंने अधिकारियों को आपसी समन्वय से काम करने और जनहित के कार्यों को शीघ्रता से पूरा करने के निर्देश दिए।
पूर्व प्रधानमंत्री को दी श्रद्धांजलि
बैठक के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के आकस्मिक निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उपस्थित सभी सदस्यों और अधिकारियों ने दो मिनट का मौन रखा।
विभिन्न विभागों की भागीदारी
बैठक में जिला पंचायत अधिकारी मनीष कुमार ने विभिन्न मुद्दों का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया। अन्य सदस्यों और अधिकारियों ने भी महत्वपूर्ण सुझाव दिए। बैठक में ललित ठाकुर, अध्यक्ष, कृषि उपज विपणन समिति,राजीव मिश्रा, जिला पर्यटन विकास अधिकारी,रमनवीर सिंह चौहान, खंड विकास अधिकारी, भरमौर,बशीर खान, खंड विकास अधिकारी, मैहला,तुकेश शर्मा, जिला भाषा अधिकारी,अरविंद सिंह चौहान, जिला रोजगार अधिकारी,डॉ. भूपेंद्र सिंह, उपनिदेशक कृषि,प्रवेश ठाकुर, अधिशासी अभियंता, विद्युत,दिनेश कुमार, अधिशासी अभियंता, लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक के दौरान सभी मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श किया गया और विभिन्न विभागों को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए गए। जनहित के कार्यों को प्राथमिकता देने और विकास योजनाओं को समयबद्ध तरीके से पूरा करने पर बल दिया गया।