डलहौज़ी हलचल (धर्मशाला) जीएल महाजन : राज्यसभा सांसद सुश्री इंदु बाला गोस्वामी ने केंद्रीय बजट में “प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना” की घोषणा का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि इस योजना से कृषि उत्पादकता बढ़ेगी, नवीनतम तकनीक को बढ़ावा मिलेगा और कृषि फसलों का विविधीकरण होगा। इससे हिमाचल प्रदेश जैसे कृषि प्रधान राज्य को विशेष लाभ होगा, जहां 90% आबादी कृषि क्षेत्र से सीधे जुड़ी हुई है।
किसानों को मिलेगा सीधा लाभ
सांसद गोस्वामी ने कहा कि इस योजना से हिमाचल प्रदेश के लगभग 10 लाख किसान परिवारों को सीधा लाभ मिलेगा। पंचायत और ब्लॉक स्तर पर कृषि उपज भंडारण सुविधा होने से अब किसानों को अपनी फसलें जल्दबाजी में बेचने की जरूरत नहीं पड़ेगी।उचित समय पर उचित दाम मिलने से किसानों को उनकी फसलों के आकर्षक मूल्य मिलेंगे, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक समृद्धि आएगी। काँगड़ा और चंबा जैसे जिलों में सिंचाई सुविधाओं का विकास किया जाएगा, जिससे किसानों की बारिश पर निर्भरता कम होगी और वे समय के अनुसार फसल चक्र निर्धारित कर सकेंगे।
ऋण सुविधा और शोषण से मुक्ति
उन्होंने बताया कि योजना के अंतर्गत किसानों को ऋण सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी, जिससे वे साहूकारों और बिचौलियों के शोषण से बच सकेंगे। इससे किसानों की आत्महत्या जैसी घटनाओं में भी कमी आएगी। सरकार की इस पहल से कृषि क्षेत्र को नई ऊर्जा मिलेगी और हिमाचल प्रदेश के किसान आर्थिक रूप से सशक्त हो सकेंगे।
ग्रामीण क्षेत्रों के विकास पर जोर
उन्होंने कहा कि बजट में ग्रामीण खुशहाली के लिए कई नई योजनाएं लाई गई हैं, जिससे हिमाचल जैसे ग्रामीण राज्यों को विशेष लाभ मिलेगा। युवाओं के लिए कौशल और निपुणता विकास कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे, जिससे स्वरोजगार के अवसर बढ़ेंगे और गांवों की प्रतिभा का अधिकतम उपयोग हो सकेगा।
गांवों में रोजगार के साधन उपलब्ध होने से युवाओं का शहरों की ओर पलायन रुकेगा और बुजुर्गों को अपने परिवार का सहारा मिलेगा। ग्रामीण महिलाओं, भूमिहीन किसानों और युवाओं के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं, जिससे काँगड़ा और चंबा जैसे क्षेत्रों में नए रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद
सांसद गोस्वामी ने कहा कि यह बजट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शिता और कृषि व ग्रामीण क्षेत्रों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।