मिंजर मेला और मणिमहेश यात्रा के दौरान चंबा के व्यापारियों का व्यवसाय ठप, प्रशासन से रास्ता बदलने की अपील
डलहौज़ी हलचल (चंबा) : जिला मुख्यालय चंबा के मुख्य बाजार में व्यापारी इन दिनों गंभीर मंदी का सामना कर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय मिंजर मेले के दौरान शहर के स्थानीय दुकानदारों का व्यापार पूरी तरह ठप हो जाता है, और मेला समाप्त होने के बाद भी उन्हें लंबे समय तक इस मंदी का सामना करना पड़ता है। व्यापारियों को उम्मीद होती है कि मणिमहेश यात्रा के दौरान बाहर से आने वाले श्रद्धालु उनके व्यापार को बढ़ावा देंगे, लेकिन इस बार प्रशासन द्वारा यातायात को सुचारू रखने के लिए श्रद्धालुओं को बाईपास चामुंडा मार्ग से भेजे जाने के कारण शहर के मुख्य बाजार में श्रद्धालुओं की संख्या बहुत कम हो गई है।
व्यापारियों की निराशा: “शहर में श्रद्धालु नहीं आ रहे, व्यापार ठप”
स्थानीय दुकानदारों ने अपनी चिंता व्यक्त करते हुए बताया कि मिंजर मेले के बाद से उनका व्यापार बिल्कुल ठप पड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि मणिमहेश यात्रा उनके लिए एक महत्वपूर्ण समय होता है, जब वे उम्मीद करते हैं कि श्रद्धालुओं की वजह से उनका व्यापार कुछ हद तक बढ़ जाएगा। लेकिन इस बार प्रशासन द्वारा शहर के मुख्य मार्ग से रास्ता बदलने के कारण श्रद्धालु शहर में प्रवेश नहीं कर पा रहे हैं, जिससे व्यापारी काफी निराश हैं।
व्यापारियों की अपील: “मुख्य मार्ग से आने दें श्रद्धालु”
व्यापारियों ने प्रशासन से अपील की है कि श्रद्धालुओं को मुख्य मार्ग से आने की अनुमति दी जाए, ताकि वे शहर में प्रवेश कर सकें और उनके व्यापार को थोड़ी राहत मिल सके। मणिमहेश यात्रा 11 सितंबर तक चलेगी, और व्यापारियों को उम्मीद है कि प्रशासन उनकी इस मांग पर विचार करेगा, जिससे उनका व्यापार फिर से पटरी पर आ सके।